- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया उद्घाटन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा साउथ गोवा में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्यू एस इंडिया समिट 2025 का उद्घाटन किया गया।
इस समिट में 30 अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के 150 प्रतिनिधियों तथा भारत देश के 353 (कुल 503) डेलिगेट्स ने प्रतिभाग किया। समिट का मुख्य उद्देश्य रैंकिंग, नेटवर्किंग, समझौता ज्ञापन (MOU), करना, अध्यापकों एवं छात्रों का एक्सचेंज प्रोग्राम, इंटरनेशनल कोलैबोरेशन करना, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर रिसर्च और शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करना है।
कार्यक्रम में अलग-अलग सेशन में एआईसीटी के अध्यक्ष प्रोफेसर टीजी सीतारमण तथा प्रोफेसर अनिल सहस्त्रबुद्धे भी उपस्थित रहे। मुख्य रूप से कार्यक्रम में क्यू एस वर्ल्ड रैंकिंग के प्रतिनिधि, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूके, जर्मनी, इजरायल, फ्रांस, मलेशिया, ओमान, यूनाइटेड अरब एमिरेट्स, नीदरलैंड्स विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट वाइस प्रेसिडेंट प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का अगले दो सालों में भारत देश के तथा विशेष कर उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग में बहुत लाभ होगा ।
राज्यपाल ने कहा कि कोरोना की महामारी के समय भारत देश ने विश्व को राह बताइ । भारत देश ने ही जरूरतमंद देशों को दवाइयां पहुंचाई, कोरोना वैक्सीन पहुंचाई। उन्होंने कहा कि जी- 20 समिट जैसे कई अंतरराष्ट्रीय फोरम पर भारत देश ने अपनी अमिट छाप छोड़ी है और पूरे विश्व को एक नई राह दिखाई है।
उन्होनें कहा कि “वसुधैव कुटुंबकम” अर्थात पूरा विश्व हमारा परिवार है, यह संदेश भी भारत की धरती से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया ।
उन्होंने कहा कि हमारी केंद्र सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए, किसानों के उत्थान के लिए, युवाओं को रोजगार प्राप्त हो तथा गरीबों के कल्याण के लिए बहुत सारी कल्याणकारी योजना शुरू की है और विकास के कार्य किए गए हैं। उन्होनें कहा कि महिला सशक्तिकरण हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के गंगा, यमुना, सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर 144 वर्ष के बाद में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। पूरे भारत तथा विश्व से 45 करोड़ से भी ज्यादा लोग इस महाकुंभ में हिस्सा लेंगे। महाकुंभ में आने के लिए उन्होंने सबको आमंत्रण भी दिया।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय आज समग्र भारत देश में नैक मूल्यांकन में ए डबल प्लस ग्रेड प्राप्त करने में सभी राज्यों से आगे हैं। इसी तरह से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा पांच विश्वविद्यालयों को कैटिगरी 1 का उच्च स्थान प्राप्त है जो एकमात्र उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ है । प्रधान मंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत 6 विश्वविद्यालयों को प्रत्येक को 100 करोड़ की ग्रांट प्राप्त हुई है। क्यू एस वर्ल्ड रैंकिंग में उत्तर प्रदेश के दो विश्वविद्यालयों को स्थान प्राप्त हुआ है। क्यू एस एशिया रैंकिंग में छह विश्वविद्यालयों को स्थान प्राप्त हुआ है तथा नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में प्रदेश के 16 विश्वविद्यालय को विभिन्न कैटेगरी में उच्च स्थान प्राप्त हुआ है। उपस्थित डेलिगेट ने जिज्ञासा व्यक्त करते हुए राज्यपाल महोदया के साथ में वार्तालाप किया तथा कई सारे प्रश्नों के निराकरण भी उनसे प्राप्त किया।
कार्यक्रम में क्यू एस लंदन के सीईओ जेसीका टर्नर, यूनाइटेड किंगडम के पार्लियामेंट सदस्य पटेल, ब्रिटिश हाई कमिश्नर तथा क्यू एस साउथ एशिया, अफ्रीका के सीईओ डॉ अश्विन फर्नांडीज व उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालयों के नैक मूल्यांकन में उत्कृष्ट ग्रेड प्राप्त 12 विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित रहे।