
दैनिक भास्कर, लखनऊ । भारतीय उद्यमिता के क्षेत्र में कृपा शंकर चौधरी का नाम तेजी से चर्चित हो रहा है। “गणपति फर्नीचर” एक ऐसा ब्रांड बन चुका है, जिसने फर्नीचर इंडस्ट्री में न केवल अपनी मजबूत पहचान बनाई है, बल्कि टेक्नोलॉजी और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के जरिए बाजार में क्रांति ला दी है।
संघर्ष से सफलता तक नेतृत्व की प्रेरणादायक कहानी –
2006 में पिता के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी ने कृपा शंकर को समय से पहले परिपक्व बना दिया। 2008 में उन्होंने व्यापार की शुरुआत की और 2013 में लखनऊ में टीवी असेंबलिंग के व्यवसाय से कदम रखा। यहीं से उनकी उद्यमशीलता ने नई उड़ान भरी। 2019 में “गणपति फर्नीचर” का पहला शोरूम लखनऊ के खुर्रम नगर में लॉन्च हुआ और उसके बाद ब्रांड ने तेजी से विस्तार किया। जिसमें दो छोटे भाइयों विजय शंकर और रोहित चौधरी का विशेष योगदान रहा।
ब्रांड विस्तार: चार शोरूम, एक वादा
गणपति फर्नीचर ने सिर्फ चार वर्षों में चार शोरूम्स के साथ एक मजबूत रिटेल नेटवर्क स्थापित किया।
पहला शोरूम: खुर्रम नगर, लखनऊ
दूसरा शोरूम: आलमबाग, लखनऊ
तीसरा शोरूम: कमता चौराहा, न्यू हाई कोर्ट के पास
चौथा शोरूम: अर्जुनगंज, लखनऊ
ये शोरूम्स ग्राहकों को आधुनिक डिजाइन, टिकाऊ क्वालिटी और अत्याधुनिक फर्नीचर का अनुभव देते हैं।
डिजिटल युग में तकनीक का इस्तेमाल –
गणपति फर्नीचर ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। www.ganpatifurniture.in के माध्यम से ग्राहक देश के किसी भी कोने से फर्नीचर का ऑर्डर कर सकते हैं।
पैन इंडिया डिलीवरी : अब भारत के किसी भी हिस्से में फर्नीचर की आसान डिलीवरी।
ग्राहकों की प्राथमिकता का ब्रांड बना –
गणपति फर्नीचर ने फर्नीचर कस्टमाइजेशन को एक नई ऊंचाई दी है। ब्रांड ग्राहकों की जरूरतों और आधुनिक डिजाइन को ध्यान में रखते हुए, हर प्रोडक्ट को उनके सपनों का रूप देता है। “कस्टमर फर्स्ट” की सोच के साथ, गणपति फर्नीचर ने खुद को ग्राहकों की प्राथमिकता का ब्रांड बना लिया है।
गणपति फर्नीचर भरोसे और गुणवत्ता का प्रतीक –
गणपति फर्नीचर आज एक ऐसा ब्रांड है, जो सिर्फ फर्नीचर नहीं बेचता, बल्कि ग्राहकों के लिए सपनों को आकार देता है। यह कहानी उन सभी को प्रेरणा देती है, जो चुनौतियों को पीछे छोड़ अपने सपनों को हकीकत बनाने की कोशिश में जुटे हैं। कृपा शंकर चौधरी का लक्ष्य गणपति फर्नीचर को भारत के हर कोने में पहुंचाना है।










