नई दिल्ली : यमुना नदी के पानी को लेकर अरविंद केजरीवाल के हरियाणा सरकार पर लगाए गए आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए इसे हार की हताशा करार दिया है। हालांकि दिल्ली जल बोर्ड की सीईओ ने इन आरोपों का खंडन किया है।
मंगलवार को मीडिया से बातचीत में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को झूठे आरोप लगाने और भागने की आदत है। अब उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं, इतने गंभीर आरोप वो भी बिना किसी आधार के। खुद दिल्ली जल बोर्ड की सीईओ ने इन आरोपों का खंडन किया है। लोग देख रहे हैं कि केजरीवाल राजनीति में कितना नीचे गिर गए हैं। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल से छुटकारा पाने का मन बना लिया है, इसीलिए अरविंद केजरीवाल झूठे बयान दे रहे हैं। हार की हताशा साफ दिखाई दे रही है।
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जल बोर्ड ने भी केजरीवाल के आरोपों को गलत बताया है, इससे पता चलता है कि आम आदमी पार्टी और केजरीवाल ने दूसरे राज्य की सरकार पर इतना घटिया स्तर का आरोप लगाने की कोशिश की है। ऐसा तो पाकिस्तान ने भी युद्ध के दौरान भारत पर नहीं लगाया था। केजरीवाल का यमुना के पानी पर दिया गया ये जहरीला बयान निश्चित रूप से दिल्ली के हर व्यक्ति के दिमाग को झकझोर रहा है कि राजनीति किस हद तक निचले स्तर पर जा रही है और ये दिल्ली की इज्जत का सवाल है। अपनी हार को छिपाने के लिए एक गहरी साजिश के तहत ऐसी घटिया बातें कही जा रही हैं। इस मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, भूपेंद्र यादव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित भाजपा प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को शाम निर्वाचन सदन में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करेगा।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वहां की सरकार दिल्ली आने वाले यमुना के पानी में जहर मिला रही है। इस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी ने पलटवार करते हुए कहा कि हम हरियाणा के मुख्य सचिव को भेज रहे हैं, केजरीवाल दिल्ली के मुख्य सचिव को भेजें, जहां से पानी दिल्ली में पहुंचता है उसकी जांच करा दें। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने केजरीवाल पर झूठ बोलने का दावा किया है।