राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। बजट सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले भाजपा विधायक दल की बैठक प्रस्तावित है। बैठक के लिए भाजपा विधायकों के अलावा भाजपा समर्थित निर्दलीय एवं अन्य दलों के विधायकों को भी बुलाया गया है। यह बैठक दोपहर में मुख्यमंत्री आवास पर होने की संभावना है।
बैठक में 31 जनवरी से शुरू होने जा रहे बजट सत्र की तैयारियों की समीक्षा होगी। साथ ही विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले संभावित मुद्दों पर भी चर्चा होगी। सरकार ने अपने एक साल में क्या-क्या किया? इसे लेकर भी बैठक में चर्चा होगी, जिससे विधायक पूरी तैयारी कर सदन में आए और विपक्ष के आरोपों का जवाब दे सके।
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े के अभिभाषण से होगी। हरिभाऊ बागड़े का बतौर राज्यपाल विधानसभा में पहला अभिभाषण होगा। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद तीन से छह फरवरी तक सदन में इस पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री छह फरवरी को इस बहस का जवाब देंगे।
राज्य सरकार 19 फरवरी को विधानसभा में अपना बजट पेश करेगी। भजनलाल सरकार का यह दूसरा बजट होगा। पहले ही दिन सरकार बजट पेश करेगी। बजट पेश करने के बाद उस पर बहस होगी। इसके बाद विभिन्न विभागों की मांगों पर बहस होगी। यह चरण मार्च मध्य तक चलने की संभावना है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी विभाग के अधिकारियों से मीटिंग करने और जनता से मिले सुझावों पर गौर करने के बाद कुछ ऐलानों काे बजट में शामिल करने का निर्णय किया है।
विधानसभा के सत्र को लेकर विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है, जबकि सत्ता पक्ष भी जवाबी रणनीति पर काम कर रहा है। पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं के नाम बदलने और बंद करने के मुद्दे पर विपक्ष ने हमले तेज कर दिए हैं। इसके साथ ही विपक्ष ने सरकारी स्कूलों की बंदी, अंग्रेजी स्कूलों की समीक्षा, ईआरसीपी एमओयू के सार्वजनिक करने, कानून व्यवस्था और आम जन से जुड़े मुद्दों पर सदन में हंगामा करने की रणनीति बनाई है।
विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मंत्रियों के लिए अपने विभागों से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देने के लिए दिन भी तय किए गए हैं। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा मंगलवार और गुरुवार को सदन में अपने विचार रखेंगे, जबकि डिप्टी सीएम दीया कुमारी भी मंगलवार और गुरुवार को सदन में मौजूद रहेंगी। विधानसभा में प्रश्नों का उत्तर देने के लिए मंत्रियों का समय और दिन तय किया गया है।