दिल्ली-एनसीआर में FIITJEE केंद्रों के अचानक बंद होने की घटना ने छात्रों और उनके परिवारों में काफी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। FIITJEE जैसी प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थाओं का अचानक बंद होना न सिर्फ छात्रों के भविष्य पर प्रभाव डालता है, बल्कि इससे संबंधित कर्मचारियों और संस्थान के आर्थिक ढांचे पर भी सवाल खड़े होते हैं।
आर्थिक कुप्रबंधन और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर पुलिस में शिकायतें आई हैं, जिनमें संस्थान के संस्थापक और 11 अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस पूरे मामले में संस्थान के प्रबंधन ने अपने ऊपर लगे आरोपों से बचने के लिए सभी दोषों को प्रबंध भागीदारों पर डाल दिया है, जो कि छात्रों और उनके परिवारों के लिए एक असंतोषजनक स्थिति बन गई है।
यह घटना न केवल FIITJEE जैसे संस्थान की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त वित्तीय गड़बड़ियों की ओर भी इशारा करती है, जो छात्रों की मेहनत और संघर्ष पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। मामले की जांच जारी है और जल्द ही इस पर और खुलासे हो सकते हैं।
यह स्थिति छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए न केवल मानसिक तनाव का कारण बन रही है, बल्कि उन छात्रों के लिए भी चिंता का कारण है, जिनकी परीक्षा निकट है। क्या आपके आसपास भी इस मामले के बारे में कुछ चर्चा हो रही है?