न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में रोहित का बल्ला खामोश रहा था और वह छह पारियों में महज 93 रन बना सके थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वह पांच पारियों में महज 31 रन बना सके थे। ऐसे में रोहित ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले फॉर्म में वापसी के लिए रणजी में खेलने का फैसला लिया। नवंबर 2015 के बाद वह पहली बार कोई रणजी मैच खेलने उतरे, लेकिन यहां पर भी फ्लॉप रहे। अब उनसे दूसरी पारी में रन की उम्मीद होगी।यशस्वी का बल्ला भी रहा खामोश
रोहित के अलावा टेस्ट में साथी ओपनर यशस्वी जायसवाल भी फ्लॉप साबित हुए। यशस्वी आठ गेंद में एक चौके की मदद से चार रन बनाकर आउट हुए। उन्हें आकिब नबी ने एल्बीडब्ल्यू आउट किया। वहीं, रहाणे 17 गेंद में दो चौके की मदद से 12 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उन्हें उमर नजीर ने क्लीन बोल्ड किया। श्रेयस अय्यर सात गेंद में एक चौका और एक छक्के की मदद से 11 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें युद्धवीर सिंह ने उमर के हाथों कैच कराया। वहीं, शिवम दुबे खाता नहीं खोल सके। रोहित, यशस्वी और श्रेयस के फ्लॉप होने ने टीम इंडिया की चिंताएं बढ़ा दी हैं। ये तीनों चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। भारत को चैंपियंस ट्ऱॉफी से पहले इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज भी खेलनी है। रोहित उस सीरीज में भी कमान संभालेंगे। हालांकि, भारत के अभियान के लिए रोहित का बल्ला चलना बेहद जरूरी है। अगर वह रन बनाते हैं तो भारत को अच्छी शुरुआत मिलेगी।
शुभमन गिल चार और पंत एक रन बनाकर आउट हुए
चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित के साथ शुभमन गिल ओपनिंग करते दिख सकते हैं। रणजी ट्रॉफी में रोहित और यशस्वी के अलावा ऋषभ पंत और शुभमन गिल भी खेलते दिखेंगे। पंत दिल्ली की टीम का और गिल पंजाब की टीम का हिस्सा हैं। कर्नाटक के खिलाफ पंजाब के मैच में कप्तान शुभमन गिल महज चार रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने आठ गेंद का सामना किया और एक चौका लगाया। वहीं, दिल्ली और सौराष्ट्र के मैच में पंत महज एक रन बनाकर पवेलियन लौटे। पंत भी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का हिस्सा हैं। पंत 10 गेंद पर एक रन बना सके। उन्हें धर्मेंद्र सिंह जडेजा ने प्रेरक मांकड़ के हाथों कैच कराया। हालांकि, इस मैच में सौराष्ट्र के रवींद्र जडेजा जरूर चमके और अब तक दिल्ली के दो विकेट ले चुके हैं। रवींद्र जडेजा ने सनत सांगवान और यश ढुल को आउट किया।
रोहित के रणजी खेलने से खुश हैं गावस्कर
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर यह जानकर बहुत खुश थे कि रोहित रणजी ट्रॉफी में वापसी खेल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हां, यह अच्छी चीज है क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में रन नहीं बनाए। वह जानते हैं कि उन्हें क्रीज पर समय बिताने की जरूरत है। यह बड़े टूर्नामेंट से पहले जरूरी है कि आपके पास कितना नेट अभ्यास है या आपको कितने भी थ्रोडाउन का सामना करना पड़ता है। एक मैच में बल्लेबाजी के दौरान बल्ले के बीच में गेंद को महसूस करना और यह जानना कि एक गलती आपको वापस पवेलियन भेज सकती है। इसके बावजूद रन बनाना बड़ी बात है।’ मुंबई की टीम एलीट ग्रुप ए में बड़ौदा और जम्मू कश्मीर के बाद तीसरे स्थान पर है। अजिंक्य रहाणे की अगुआई वाली टीम को अगर आगे बढ़ना है और अपने रणजी खिताब का बचाव करना है तो उन्हें अच्छा खेल दिखाना होगा।