15वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को पूरे देश में मनाया जाएगा। इस अवसर पर चुनाव आयोग राष्ट्र के प्रति अपनी समर्पित सेवा के 75 वर्ष भी मना रहा है। जल्द ही भारत के कुल मतदाता 100 करोड़ के आंकड़े के करीब पहुंच रहे हैं। चुनावी डेटाबेस फिलहाल 99.1 करोड़ है।
नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त भी इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे।
चुनाव आयोग के अनुसार इस कार्यक्रम में चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रमुख और प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। वे 23-24 जनवरी को आयोग की ओर से आयोजित 2 दिवसीय सम्मेलन में दुनियाभर में चुनाव प्रबंधन में सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श भी करेंगे।
इस वर्ष की थीम ‘वोटिंग से बढ़कर कुछ नहीं, मैं निश्चित रूप से वोट करता हूँ’ पिछले वर्ष की थीम की निरंतरता में है। इसमें चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी के महत्व पर जोर दिया गया है और मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में गर्व महसूस करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति राज्य और जिला अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ चुनावी व्यवहार पुरस्कार प्रदान करेंगी। इन्होंने चुनावों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने में अनुकरणीय प्रदर्शन किया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार राष्ट्रपति को ‘इंडिया वोट्स 2024: ए सागा ऑफ डेमोक्रेसी’ नामक कॉफी टेबल बुक की पहली प्रति भेंट करेंगे। साथ ही आयोग राष्ट्रपति को आयोग के प्रकाशन ‘बिलीफ इन द बैलट: ह्यूमन स्टोरीज शेपिंग इंडियाज 2024 इलेक्शन’ भी भेंट करेगा।
वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी की ओर से निर्मित आगामी डॉक्यू-ड्रामा सीरीज़ ‘इंडिया डिसाइड्स’ की एक छोटी क्लिप भी इस कार्यक्रम में जारी की जाएगी। तीन-भागों की यह सीरीज़ दुनिया के सबसे बड़े चुनावों के इतिहास और निर्माण पर गहराई से प्रकाश डालती है।