नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप ने 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल रोटुंडा में आयोजित किया गया, जहां सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई। अपने पहले संबोधन में, ट्रंप ने अमेरिका के उज्जवल भविष्य और विकासशील संभावनाओं पर जोर दिया। उन्होंने घोषणा की कि आज से अमेरिका का “स्वर्ण युग” शुरू हो चुका है।
अमेरिका को पहले रखने का संकल्प
ट्रंप ने अपने भाषण में दोहराया कि उनकी प्राथमिकता हमेशा अमेरिका को पहले रखने की होगी। उन्होंने कहा, “हम अमेरिका को पहले से भी अधिक महान बनाएंगे। न्याय विभाग का दुरुपयोग खत्म होगा, और हमारी सरकार जनता की चुनौतियों को दूर करने के लिए काम करेगी।”
उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका ध्यान विदेशी सीमाओं पर खर्च करने और घरेलू समस्याओं की अनदेखी करने में लगा रहा। उन्होंने अमेरिका की शिक्षा प्रणाली को भी आड़े हाथ लिया, जो बच्चों को अपनी ही संस्कृति से विमुख कर रही है।
अमेरिका के पतन पर विराम
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन में आत्मविश्वास से कहा कि “अमेरिका का पतन समाप्त हो गया है।” उन्होंने मार्टिन लूथर किंग जूनियर के सपनों को पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई और कहा, “मेरा जीवन इसलिए बचा रहा ताकि मैं अमेरिका को फिर से महान बना सकूं। आज का दिन अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस है।”
दक्षिणी सीमा पर आपातकाल की घोषणा
राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर आपातकाल लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा:
- अवैध प्रवास को पूरी तरह रोका जाएगा।
- अवैध प्रवासियों को निर्वासित किया जाएगा।
- सभी ड्रग कार्टेल को आतंकवादी संगठनों के रूप में नामित कर समाप्त किया जाएगा।
ट्रंप ने यह भी कहा कि उनके नेतृत्व में अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
राष्ट्रीय गर्व और एकता का वादा
ट्रंप ने देशवासियों को एकजुट रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हमारा एजेंडा लाखों लोगों के समर्थन से आगे बढ़ रहा है। हमने सात स्विंग स्टेट्स में जीत हासिल की और अमेरिका को गौरवशाली, समृद्ध, और स्वतंत्र बनाने के लिए काम करेंगे।”
उन्होंने यह भी वादा किया कि “अमेरिकी न्याय विभाग के अनुचित हथियारीकरण को समाप्त किया जाएगा।”
ऊर्जा स्वतंत्रता और आर्थिक सुधार
ट्रंप ने अमेरिकी ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति लाने की बात कही। उन्होंने कहा:
- “हम अपनी ऊर्जा का उत्पादन और निर्यात करेंगे।”
- “तेल और गैस की कीमतें घटाई जाएंगी।”
- “हरित नई डील को समाप्त कर व्यापार में व्यापक सुधार लाएंगे।”
जेडी वैंस बने उपराष्ट्रपति
शपथ ग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति के रूप में जेडी वैंस ने भी शपथ ली। जेडी वैंस, जो रिपब्लिकन पार्टी से हैं, ट्रंप के साथ देश की नई दिशा में अहम भूमिका निभाएंगे।
ठंड के कारण रोटुंडा में हुआ आयोजन
अमेरिका के इतिहास में यह एक अनोखी घटना थी कि शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल की सीढ़ियों पर न होकर रोटुंडा में आयोजित किया गया। कड़ाके की ठंड के चलते यह निर्णय लिया गया।
दिग्गज नेताओं की उपस्थिति
शपथ ग्रहण समारोह में कई देशों के नेताओं और अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
- पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके परिवार के सदस्य।
- पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा।
- पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन।
- पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और उनकी पत्नी लारा बुश।
भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने किया।
जेसीसीआईसी की घोषणा
संयुक्त कांग्रेशनल समिति ऑन इनॉगरल सेरेमनीज (जेसीसीआईसी) ने समारोह के लिए “हमारा स्थायी लोकतंत्र: एक संवैधानिक वादा” थीम तय की।
पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर को श्रद्धांजलि
समारोह के दौरान अमेरिका का राष्ट्रीय झंडा पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर के सम्मान में आधा झुका रहा। जिमी कार्टर का हाल ही में 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
ट्रंप की ऐतिहासिक जीत
पिछले वर्ष के चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की जीत को 6 जनवरी को अमेरिकी कांग्रेस ने प्रमाणित किया। उनकी वापसी ने अमेरिका की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है।