आम आदमी पार्टी (आआपा) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पूर्वांचल समाज को लेकर भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा पूर्वांचलियों को बड़ी तिरस्कार की निगाहों से देखती है।
केजरीवाल की यह प्रतिक्रिया भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उस टिप्पणी के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली की आआपा सरकार कोरोना काल में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को आनंद विहार छोड़ आई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा आआपा के मन में पूर्वांचल समाज के लोगों के लिए बहुत इज्जत है। उप्र और बिहार के हमारे पूर्वांचली भाई दिल्ली पढ़ने आते हैं या फिर रोजगार की तलाश में आते हैं। वह दिल्ली में इतने सालों से रह रहे हैं कि वह दिल्ली को ही अपना घर बना लेते हैं। मुझे बेहद दुख है कि भारत की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा पूर्वांचलियों को बड़ी तिरस्कार की निगाहों से देखती है। मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि दिल्ली के अंदर पिछले 10 साल से उनकी सरकार चल रही है, उन्होंने इन 10 सालों में पूर्वांचल समाज के लोगों के लिए क्या काम किया है? भाजपा एक काम बता दे। मैं पूर्वांचल समाज के लिए किए गए अपने 10 काम गिना दूंगा लेकिन भाजपा एक काम बता दे।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके अंदर पूरे पूर्वांचल समाज के लिए बहुत तिरस्कार है। यह इनके टिकट वितरण में भी साबित हो गया। आआपा ने 12 पूर्वांचलियों को टिकट दिया और इन्होंने 5 पूर्वांचलियों को दिया। ऐसे में भाजपा को पूर्वांचल समाज क्यों वोट दे? ये पूर्वांचल समाज का अपमान और तिरस्कार करते हैं। सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा पूर्वांचली समाज को बांग्लादेशी और रोहिंग्या कहते हैं। उनके वोट कटवाते हैं। अरविंद केजरीवाल ने कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले हमारे उप्र, बिहार और झारखंड के लाखों भाइयों की जिंदगी में बदलाव लाने का काम किया है। कच्ची कॉलोनियों में 6800 किलोमीटर की सीवर पाइपलाइन बिछाने का काम किया। 10 हजार किलोमीटर की नई सड़क बनवाई। चार हजार किलोमीटर की पानी की पाइपलाइन बिछाईं। बिजली, पानी, शिक्षा, इलाज और माताओं-बहनों के लिए बस की यात्रा फ्री की। अरविंद केजरीवाल ने उनकी जिंदगी की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने का काम किया। दूसरी तरफ, पूर्वांचल के गोपाल राय को प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट का मंत्री बनाया। मुझे दो बार राज्यसभा में भेजा।