महाकुंभ नगर। महाकुंभ क्षेत्र के दक्षिण पट्टी, मोरी मार्ग, लोवर संगम मार्ग (शास्त्री पुल और नया रेलवे ब्रीज के बीच) सेक्टर 19 में गौमाता की प्रतिष्ठा के लिए सबसे बड़ा 324 कुंडीय गौ प्रतिष्ठा यज्ञ शुरू हो गया है। ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के सानिध्य में आयोजित गौ प्रतिष्ठा यज्ञ में स्वयं शंकराचार्य ने सबसे पहले गौ दर्शन व गौ पूजन किया। इसके बाद श्रद्धालुओं की मौजूदगी में गौमाता के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा। इस दौरान छोटे बच्चों ने परम्परागत धोती-कुर्ते में शंकराचार्य का स्वागत किया।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के बताया कि हमारे देश के सभी सांसद यहां आएं और इस यज्ञशाला की परिक्रमा करें। कुंभ क्षेत्र में जो सनातन के अनुयायियों का सबसे बड़ा पर्व है, इसमें घोषणा करें कि हम गौमाता को राष्ट्रमाता बनाने के लिए प्रयास करेंगे। यह यज्ञ गौमाता की प्रतिष्ठा के लिए किया जा रहा है, ताकि सभी देवता आशीर्वाद प्रदान करें। यज्ञशाला के बाहर कोई भी आकर प्रदक्षिणा कर सकता है। कहा जाता है कि प्रदक्षिणा करने वाले को भी पुण्य मिलता है।
शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी संजय पांडेय के अनुसार यज्ञ स्थल की पूरी व्यवस्था दिल्ली के अनिल भारद्वाज दीक्षित का परिवार देख रहा है। मुख्य यजमान के रूप में उनके पुत्र दिव्य रतन दीक्षित व पुत्रवधु गार्गी दीक्षित भारद्वाज हैं। उन्होंने बताया कि कुंभ क्षेत्र में सबसे बड़ी यज्ञशाला में 324 कुंडीय यज्ञ 1100 विद्वान पंडितों के द्वारा संपन्न होगा। इसमें एक माह में सवा दो करोड़ से ज्यादा आहुतियां दीं जाएंगी।