भास्कर ब्यूरो
कानपुर : अपने ही नेता को गुलदस्ते में जूता भेंट करने वाले पांच भाजपाइयों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। इन्हें नोटिस देकर एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है। यह संतोषजनक न होने पर कार्रवाई होगी।
भाजपा उत्तर के जिला अध्यक्ष के नामांकन प्रकिया के दौरान रविवार को खूब धींगामुश्ती हुई थी। इस दौरान आरोप लगे थे कि मंडल अध्यक्ष के लिये आवेदन करने वालों को जिला प्रतिनिधि बना दिया गया। इसको लेकर कार्यकर्ताओं ने जिला चुनाव अधिकारी और पर्यवेक्षक के सामने खूब नारे लगाए थे। इतना ही नहीं बिफरे कार्यकर्ताओं ने अनुशासन को ताख पर रख जिला चुनाव अधिकारी पूर्व सांसद संगम लाल गुप्ता को जूते का बुके तक भेंट कर दिया था।
इनका आरोप था कि चुनाव प्रक्रिया का ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है। इस दौरान जातिगत नारे भी लगाए गए। कुछ नेताओं ने बीचबचाव कर बात संभाली थी। इस मामले में पांच कार्यकर्ताओं चंद्रकांत द्विवेदी पूर्व मंडल अध्यक्ष, अमित पाण्डेय मण्डल उपाध्यक्ष, विकास साहू पार्षद, श्रीमती ज्योति बाल्मीकि मण्डल मंत्री और श्रीमती रीना साहू मण्डल अध्यक्ष, महिला मोर्चा, कलक्टरगंज मण्डल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
नोटिस जारी करने वाले विधायक, प्रदेश महामंत्री व मुख्यालय प्रभारी गोविन्द नारायण शुक्ल ने इनसे सात दिन के भीतर जवाब मांगा है। नोटिस की प्रतिलिपि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन, कानपुर क्षेत्र के प्रभारी/क्षेत्रीय अध्यक्ष व उत्तर के जिलाध्यक्ष को भेजी गई है। नोटिस में कहा गया है कि संगठन चुनाव के नामांकन प्रक्रिया के दौरान आप लोगों ने चुनाव अधिकारी संगम लाल गुप्ता के साथ अमर्यादित आचरण किया। यह कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है, इसलिए प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है। सात दिन के भीतर भाजपा प्रदेश कार्यालय को जवाब उपलब्ध कराएं। समय से जवाब न मिलने एवं संतोषजनक उत्तर प्राप्त न होने पर पार्टी की ओर से कार्रवाई की जायेगी।
रविवार को नवीन मार्केट कार्यालय में जिला अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही थी। जिला चुनाव अधिकारी व पूर्व सांसद संगम लाल गुप्ता व पर्यवेक्षक जयप्रकाश चतुर्वेदी मौजूद थे। तभी कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। पहले सभी ने चुनाव प्रभारी को जूते का बुके दिया। इसके बाद जमकर नारेबाजी की। पार्टी कार्यकर्ताओं ने दलित का अपमान नहीं सहेंगे, योगी-मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए थे। बड़े नेताओं ने इनको किसी तरह शांत किया था। हंगामे के कारण करीब आधा घंटा तक नामांकन प्रक्रिया बाधित रही थी।