Seema Pal
दिल्ली विधानसभा चुनाव- 2025 में तीन प्रमुख दलों के बीच कांटे का टक्कर है। यहां अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के सामने दो राष्ट्रीय राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस मुकाबले के लिए तैयार हैं। खास कर उत्तर-पूर्वी दिल्ली की 10 विधानसभा सीटों पर 2025 के चुनाव में आप (AAP), भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच बड़ा मुकाबला होगा। यह क्षेत्र दिल्ली की महत्वपूर्ण और संवेदनशील सीटों में आता है। इन सीटों पर भिन्न-भिन्न समुदायों और जातीय समूहों का मिश्रण है।
आप, कांग्रेस व भाजपा का चुनावी समीकरण
AAP (आम आदमी पार्टी): AAP ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में पिछली बार शानदार प्रदर्शन किया था, और पार्टी ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कई सीटों पर मजबूत पकड़ बनाई है। पार्टी के लिए यह क्षेत्र दिल्ली के विकास कार्यों और शिक्षा-स्वास्थ्य सुधारों के प्रचार का केंद्र बन सकता है। इसके अलावा अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने हिंदू चुनावी कार्ड खेलते हुए दिल्ली के पुजारियों के लिए सैलरी योजना लाकर उन्हें अपने खेमें में करने का प्रयास किया है।
BJP (भारतीय जनता पार्टी): बीजेपी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए रखने के लिए जानबूझकर प्रचार कर रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व के समर्थन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी ने दिल्ली के कई हिस्सों में अपनी मजबूत स्थिति बनायी है। दिल्ली में हिंदू मतदाताओं के बीच बीजेपी को मजबूत समर्थन मिल सकता है, जिससे उसे इस क्षेत्र में फायदा हो सकता है।
Congress (कांग्रेस पार्टी): कांग्रेस का प्रभाव इस क्षेत्र में पहले की तरह मजबूत नहीं रहा है, लेकिन पार्टी अपनी पुरानी पकड़ को फिर से स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रही है। कांग्रेस के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण होगा, और पार्टी इस क्षेत्र में अपनी पुरानी पहचान और समर्थकों को फिर से एकजुट करने की कोशिश करेगी।
बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में विधानसभा चुनाव का अहम मुकाबला AAP और BJP के बीच माना जा रहा है। जिसकी वजह है कि कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा के सामने फीका रहा है और दिल्ली लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता शून्य रहा था। हालांकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास एक खास जनसमर्थन हो सकता है, जो चुनाव की तासीर बदल सकता है।