मेलबर्न । भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों को यहां के एमसीजी मैदान पर अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली से बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी। विराट को ये मैदान काफी रास आता है और उन्होंने यहां ढ़ेर सारे रन बनाये हैं पर इस सीरीज में अब तक विराट अपने बल्ले की चमक नहीं दिखा पाये हैं। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में पर्थ में शतक जमाने के बाद बाकी की पांच पारियों में वह केवल 26 रन ही बना पाये हैं हालांकि उनके प्रशंसकों को भरोसा है कि विराट अपने पसंदीदा मैदान एमसीजी पर अच्छा प्रदर्शन करेंके। यहां उनकी लोकप्रियता इतनी अधिक है कि टूर गाइड से लेकर सुरक्षाकर्मियों तक सभी की जुबां पर उन्हीं का नाम है।
एमसीजी पर ऑस्ट्रेलियाई खेल संग्रहालय के टिकट काउंटर पर भी उनकी तस्वीरें लगी हैं। सिडनी क्रिकेट मैदान पर 2018-19 में पहली बार सीरीज जीतने के बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को के साथ जश्न मनाते हुए कोहली की तस्वीरें यहां लगी हैं। इसके साथ ही लिखा है, ‘कोहलीस कांकरर्स (कोहली की विजेता टीम) .. ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने का भारत का इंतजार 2018-19 में खत्म हुआ।
एक ऑस्ट्रेलिया ने कहा, ‘यह ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ा टेस्ट है और भारत ऑस्ट्रेलिया मुकाबले से ज्यादा रोमांचक क्या हो सकता है। मुझे इसका बेसब्री से इंतजार है। पर्थ में पहले टेस्ट में विराट ने शानदार पारी खेली जिसकी उसे और भारतीय टीम को बहुत जरूरत थी। वह यहां काफी लोकप्रिय हैं पर हम उम्मीद करते हैं कि उसका बल्ला खामोश रही। साथ ही कहा, ‘जसप्रीत बुमराह मेरा पसंदीदा खिलाड़ी है जिसने 2018 में एमसीजी पर ही 33 रन देकर छह विकेट लिए और भारत ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भी जीती थी। इस सीरीज में भी पर्थ में उसने शानदार गेंदबाजी के साथ बेहतरीन कप्तानी भी की। वह भारत के लिए ट्रंपकार्ड साबित होगा पर मैं उम्मीद करुंगा कि वह इस बार ऐसा नहीं कर पाये।
कोहली ने पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट अपने पदार्पण वर्ष 2011 में खेलकर सातवें नंबर पर उतरकर पहली पारी में 11 रन बनाए थे और दो कैच भी लिए थे। दूसरी पारी में वह खाता नहीं खोल सके। फिर 2014 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में यहां चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 169 रन बनाए और अजिंक्य रहाणे के साथ 262 रन की साझेदारी की। दूसरी पारी में भी 54 रन बनाकर उन्होंने मैच ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई।
पिछली बार 2018 में कप्तान कोहली ने पहली पारी में इस मैदान पर 82 रन बनाये लेकिन दूसरी पारी में रन नहीं बना सके। वहीं बुमराह ने 9 विकेट लेकर भारत की 137 रन से जीत की नींव रखी और बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 की बढ़त बनाई। कोहली ने अब तक इस मैदान पर तीन टेस्ट में 52.66 की औसत से 316 रन बना चुके हैं जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं।