झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र में 18वें बच्चे की भी मौत हो गई है। 15 नवंबर को हुए भीषण अग्निकांड में अब मरने वाले शिशुओं की संख्या 18 हो चुकी है। यह शिशु अग्रनिकांड के बाद बचाए गए नवजातों में से एक था।
प्रशासन का कहना है कि जिस बच्चे की मौत हुई है, वह पहले से ही बीमार था। मेडिकल कॉलेज प्रशासन की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, हृदय रोग से पीड़ित नवजात का उपचार चल रहा था। शाम को उसकी मौत हो गयी। बताया गया है कि नवजात प्रीमेच्योर पैदा हुआ था और कम वजन का था। शव पोस्टमॉर्टम के लिये भेजा गया है। मेडिकल प्रशासन के अनुसार हादसे के वक्त बचाये गए बच्चों में अब कोई भी बच्चा मेडिकल कॉलेज में भर्ती नहीं है।
गौरतलब है कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र (एसएनसीयू) में 15 नवंबर को शुक्रवार की रात करीब साढ़े 10 बजे भीषण आग लग गई थी। घटना में 10 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि, एक बच्चे ने रविवार को दम तोड़ दिया था। उसके बाद सोमवार को एक और बच्चे की मौत हो गई थी। एक दिन की शांति के बाद बुधवार को 3 और नवजातों की मौत बताई गई थी। इस प्रकार मृतक नवजातों की कुल संख्या 15 हो गई थी। इसके बाद शनिवार को दो और बच्चों ने दम तोड़ दिया था। इस प्रकार मृतक नवजातों की संख्या 17 हो गई थी। देर रात हुई एक अन्य नवजात की मौत के साथ यह आंकड़ा अब 18 पर जा पहुंचा है। हालांकि जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि जिस नवजात की मौत हुई है वह प्रीमेच्योर था। और वेंटिलेटर पर रखा गया था। यह भी बताया गया है कि अब कोई भी नवजात शिशु भर्ती नहीं है। सभी को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। गौरतलब है कि घटना के समय वार्ड में 49 बच्चे भर्ती थे, जिनमें से 39 बच्चों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया था।