बिहार विधानसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनाव का परिणाम सामने आ गया है। इस चुनाव में कहीं भी लालू और तेजस्वी यादव का जादू नहीं चला है। बिहार के चार सीट में एक भी जगह पर लालू की पार्टी का खाता नहीं खुला है।
बिहार विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव की मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हुई है। बेलागंज में जदयू की उम्मीदवार मनोरमा देवी को जीत हासिल हुई है। इसके अलावा तरारी सीट पर भाजपा के उम्मीदवार को जीत हासिल हुई है। इमामगंज सीट पर जीतन राम मांझी की बहु हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) पार्टी की कैंडिडेट दीपा मांझी को जीत हासिल हुई है। रामगढ़ सीट पर भाजपा-बसपा के उम्मीदवार के बीच कांटे की टक्कर है। इस परिणाम से तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है।
परिणाम के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह परिणाम जो आया है वह आगे का रास्ता साफ कर दिया है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में भी बिहार मे एनडीए बरकरार रहेगी।
जनता दल यूनाइटेड के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने बिहार विधानसभा की चारों सीटों पर हुए उपचुनाव में आए रुझानों पर प्रतिक्रिया देते हुए साफ कर दिया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच और क्रियाशीलता, परिवारवादी सोच परिवारवादी राजनीति करने वाले और धन संपत्ति अर्जित करने वाले राष्ट्रीय जनता दल के कुनबे पर भारी पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि बिहार की तीन सीटों पर महागठबंधन का कब्जा था। अब तीन में से दो सीट पर राजग ने कब्जा जमा लिया है जबकि एक सीट पर भाजपा-बसपा के बीच कांटे की टक्कर है। रामगढ़ में राजद उम्मीदवार तीसरे नंबर पर हैं। यहां बसपा कैंडिडेट आगे चल रहे हैं जबकि यहां से राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे चुनाव लड़ रहे थे लेकिन इनकी हार तय है। इस चुनाव में खुद लालू यादव भी कई जगहों पर चुनावी जनसभा में गए थे और तेजस्वी भी चुनाव प्रचार किए।