उत्तर प्रदेश में नौ सीटों पर हो रहें उपचुनाव ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। कानपुर की सीसामऊ विधानसभा में सपा और भाजपा के बीच की जंग ने मतदान को काफी देर तक प्रभावित किया। भाजपा नेता मनोज सिंह फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए अपने समर्थकों के साथ बूथ के अंदर ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। कुछ ही देर में सीसामऊ सीट से भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी भी बूथ पहुंच गए और उनकी पुलिस के साथ नोंकझोेंक हो गई। बीएसएफ ने सभी को बूथ से बाहर निकालकर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से शुरू करवाया।
कानपुर में सीसामऊ सीट पर राजकीय इंटर कॉलेज चुन्नीगंज (जीआईसी) में मतदान हो रहा है। यहां अफरा-तफरी तब मच गई जब भाजपा और सपा प्रत्याशी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता बूथ में हंगामा करने लगे। सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने मुस्लिम महिला मतदाताओं को वोट देने से रोकने का आरोप लगाया। इसपर नसीम ने पुलिस से उलझते हुए महिलाओं को अंदर बुला लिया। इनते में ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस आरोप लगाया कि बिना पहचान पत्र चेक किए ही बुर्का पहने महिलाओं को वोट देने दिया जा रहा है। थोड़ी देर में भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी भी जीआईसी पहुंच गए। दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई। जिसमें पुलिस पर भी पथराव हुआ।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए चुनाव आयोग को फोन लगा दिया। जिसपर मतदाताओं के पहचान पत्र चेक कर उन्हें वोट डालने से रोकने की शिकायत पर चुनाव आयोग ने सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह और राकेश कुमार नादर को सस्पेंड कर दिया है।