जम्मू-कश्मीर विधानसभा में तीसरे दिन भी व्यवधान जारी रहा, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने अनुच्छेद 370 और विशेष दर्जा संबंधी प्रस्ताव के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि, स्पीकर अब्दुल रहीम राठेर के निर्देश पर कम से कम 12 भाजपा विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया गया, क्योंकि वे वेल में आ गए थे। उनके निष्कासन के बाद 11 अन्य भाजपा विधायकों ने विरोध स्वरूप सदन से बहिर्गमन किया। इससे पहले, बारामुल्ला लोकसभा सांसद शेख अब्दुल रशीद के भाई और अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुर्शीद अहमद शेख को सदन से बाहर निकाल दिया गया।
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और हंदवाड़ा के विधायक सज्जाद लोन ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के पुलवामा के विधायक वहीद पारा के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 को बहाल करने का आह्वान करते हुए एक पोस्टर दिखाया। इससे भाजपा सदस्य भड़क गए और मेजों पर खड़े होकर विरोध जताने लगे।
इस बीच खुर्शीद अहमद शेख विधायकों के समर्थन में सदन के बीचों-बीच आ गए, लेकिन मार्शलों ने उन्हें सदन से बाहर कर दिया। शेख ने आरोप लगाया कि सदन के अंदर सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस और भारतीय जनता पार्टी के बीच ‘फिक्स मैच’ चल रहा है, जिसके बाद केवल उन छह विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है जो अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस का प्रस्ताव कोई मतलब नहीं रखता और यह महज दिखावा है।