मर्चेंट्स के लिए धोखाधड़ी के नए तरीकों से बचने की गाइड लाइन

आजकल फर्जी पेमेंट ऐप से जुड़ी धोखाधड़ी का एक नया ट्रेंड चल रहा है जिससे मर्चेंट्स को सावधान रहना चाहिए। फर्जी पेमेंट ऐप, वैध पेमेंट ऐप की तरह दिखने वाले नकली ऐप होते हैं। ये फर्जी ऐप UI, रंग और डिज़ाइन में असली पेमेंट ऐप से इतना मेल खाते हैं कि एक नज़र में इनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है, खासकर जब इनके पूरे पेमेंट प्रोसेस की भी नक़ल की जाती है। इनमें से कुछ पेमेंट ऐप नोटिफिकेशन साउंड की भी नक़ल करते हैं जिससे यह भ्रम होता है कि पेमेंट प्राप्त हो गयी है। साथ ही सफल ट्रांजैक्शन दिखाने के लिए, पेमेंट की विश्वसनीय जानकारी तैयार की जाती है, जिससे इनमें अंतर करना मुश्किल हो जाता है।

नकली पेमेंट ऐप घोटालों से खुद को बचाने के लिए, फोनपे के साइबर एक्सपर्ट ने मर्चेंट्स के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।

अपने बिजनेस की सुरक्षा करने के लिए, मर्चेंट्स को सतर्क रहना चाहिए और ट्रांजैक्शन डिटेल्स को अपने पेमेंट ऐप या बैंक खाते से ध्यानपूर्वक वेरिफाई करना चाहिए। गड़बड़ियों का पता लगाने के लिए सारी जानकारियों की अच्छे से जाँच करनी चाहिए, ग्राहकों को परेशान करने के लिए उपयोग की जाने वाली दबाव रणनीति से सावधान रहना चाहिए

और अनजान पेमेंट ऐप का उपयोग करने से बचना चाहिए। मर्चेंट्स को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके स्टाफ को फर्जी पेमेंट ऐप से जुड़े घोटालों के बारे में जानकारी हो और वे धोखाधड़ी वाले ट्रांजैक्शन को पहचान सकें। वे सामान या सेवाएँ प्रदान करने से पहले पेमेंट के कन्फर्मेशन के लिए एक मानक प्रक्रिया लागू कर सकते हैं। इसमें ट्रांजैक्शन आईडी जाँच करना या अपने पेमेंट प्रोसेसर से कन्फर्मेशन प्राप्त करने के लिए प्रतीक्षा करना शामिल हो सकता है। यदि आपको किसी फर्जी पेमेंट ऐप से जुड़ी धोखाधड़ी वाली गतिविधि का संदेह होता है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों और अपने भुगतान प्रोसेसर को इसकी रिपोर्ट करें।

यदि आप फोनपे के माध्यम से किसी धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, तो तुरंत फोनपे ऐप पर, ग्राहक सेवा नंबर 080–68727374 / 022–68727374 पर संपर्क करें, या उनके आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर इस घोटाले की रिपोर्ट करें। अंत में, आप निकटतम साइबर क्राइम सेल में धोखाधड़ी की शिकायतों की रिपोर्ट कर सकते हैं या https://www.cybercrime.gov.in/ पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं या 1930 पर साइबर क्राइम सेल हेल्पलाइन से संपर्क कर सकते हैं।

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