लखनऊ में व्यापारी मोहित पांडेय की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध मौत के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। कांग्रेस ने बताया कि पिछले आठ साल में 900 से ज्यादा ब्राह्मणों की हत्या हो चुकी है और इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
मोहित पांडेय के परिजनों ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने न्याय की मांग की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि मामले की पूरी तरह से जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस घटना के बाद राजनीतिक दलों ने आरोप लगाया है कि सरकार असुरक्षा के माहौल को नियंत्रित करने में विफल रही है। सपा नेता ने कहा, “यह केवल एक घटना नहीं है, बल्कि सरकार की संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है।”
पांडेय की मौत ने समाज में एक बार फिर से संवेदनशीलता को जन्म दिया है और प्रदेश की सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। अब देखना है कि इस मामले में सरकार किस प्रकार की कार्रवाई करती है।