मुंबई । वक्त बताने वाली घड़ी का वक्त महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने भांप लिया है। उन्होंने वक्त की नजाकत को देखते हुए दिवंगत एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। जैसे ही जीशान ने घड़ी पहनी तो उन्हे बिना किसी देरी के विधानसभा चुनाव का टिकट का तोहफा दे दिया। हालांकि जीशान वर्तमान में बांद्रा पूर्व सीट से कांग्रेस के विधायक हैं और इस बार के चुनाव में एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। महा विकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ने बांद्रा पूर्व से वरुण देसाई को टिकट दिया है। इसके अलावा इसके अलावा इस्लामपुर से निशिकांत पाटिल, तासगांव-कवठे महाकाल से संजयकाका रामचंद्र पाटिल, अणुशक्ती नगर से सना मलिक, वडगाव शेरी से सुनील टिंगरे, शिरुर से ज्ञानेश्वर (माउली) कटके और लोहा से प्रताप पाटिल को टिकट दिया गया है।
बाबा सिद्दीकी के बेटे हैं जीशान
बता दें कि जीशान दिवंगत एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे हैं। वह मुंबई युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और बांद्रा पूर्व विधानसभा सीट से विधायक हैं। उनके पिता बाबा सिद्दीकी की दशहरा की रात मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। क्राइम ब्रांच ने बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो शूटर और हथियार सप्लायर भी शामिल हैं।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होगा चुनाव
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। पिछले चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली। शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया। एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए। अब शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है। शरद पवार की एनसीपी भी दो गुट- शरद पवार और अजित पवार में बंट गई है।