पौड़ी। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने तहसील जाखणीखाल के खरीक गांव में बने प्राकृतिक व विशालकाय ताल का निरीक्षण किया। उन्होंने खरीक गांव से महादेव चट्टी होते हुए एनएच 58 के बीच लगभग 6 किमी की दूरी पैदल चलकर पूरी की।
महादेव चट्टी से 6-7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव में प्राकृतिक रूप से बने तीन तालाबों के समूह को देखते हुए उन्होंने कहा कि खरीक गांव में बनी यह रमणीक जगह पर्यटक हब बन सकती हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग से लगभग 6 किमी की दूरी पर स्थित यह स्थल पर्यटन की असीम संभावनाओं को समेटे हुए है।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान, परियोजना निदेशक डीआरडीए वीके उपाध्याय, तहसीलदार साक्षी उपाध्याय, बीडीओ द्वारीखाल रवि सैनी, बीडीओ यमकेश्वर दृष्टि आनंद, ग्राम प्रधान कृष्णा पंवार, सहायक अभियंता सिंचाई विभाग अनिल राठोड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रत्येक योजना की प्रगति पर बनाए रखें नजर: बिष्ट
उत्तरकाशी। जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने पेयजल निगम एवं जल संस्थान के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधीक्षण अभियंताओं को जिले में कैम्प कर जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन योजनाओं को पूरा कराने तथा पूर्ण हो चुकी सभी योजनाओं का थर्ड पार्टी निरीक्षण संपन्न कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा संचालित जल जीवन मिशन की महत्वाकांक्षी योजना के कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ तय समय पर पूरा करना जरूरी है। इसके लिए निर्माणाधीन योजनाओं पर तेजी से काम करने और अतिरिक्त स्टाफ व संसाधनों की तैनाती करने के निर्देश देते हुए प्रत्येक योजना की प्रगति पर अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता निरंतर निगरानी बनाए रखें।
मोरी व नौगांव विकासखंड पर रखें विशेष फोकस
जिलाधिकारी ने मोरी व नौगांव विकास खंड में निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश देते हुए पूर्ण हो चुकी सभी योजनाओं के गुणवत्ता आश्वासन हेतु नियमानुसार थर्ड पार्टी जांच की प्रक्रिया व जिओ टैगिंग आदि कार्यों को शीघ्र संपन्न कराने पर बल दिया। उन्होंने पेयजल निगम एवं जल संस्थान के अधीक्षण अभियंताओं को जिले में रहकर कार्यों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति में अविलंब सुधार लाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि वन भूमि की स्वीकृति से संबंधित प्रकरणों का तत्परता से निस्तारण कराने के साथ ही योजनाओं के निर्माण में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए लगातार कारगर प्रयास किए जाए