
हरिद्वार। आईजी गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल द्वारा जनपद हरिद्वार पुलिस कार्यालय में अपराध समीक्षा बैठक ली गई। आईजी ने विगत माह में हरिद्वार में घटित सनसनीखेज घटनाओं के सफल अनावरण पर सभी को बधाई दी। साथ ही जिले की कानून व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। बैठक के दौरान गंभीर अपराधों हत्या, लूट, डकैती के अनावरण हेतु शेष अभियोगों की सर्किलवार तत्पश्चात थानेवार समीक्षा कर लंबित मामलों के अनावरण पर जोर देने हेतु निर्देशित किया गया।
नगन्याल ने जिन थाना क्षेत्र में रिकवरी का प्रतिशत कम रहा, उस पर आपत्ति दर्ज करते हुए तत्काल उसमें सुधार कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जघन्य अपराध घटित होने पर सर्किल ऑफिसर तत्काल मौके पर पहुंचकर साक्ष्य संकलन हेतु समय से टीम गठित कर अनावरण के वैज्ञानिक तरीके से प्रयास किए जाएं। वाहन चोरी की घटनाओं में एकाएक हुई बढ़ोत्तरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने टीमें गठित कर इसमें सुधार करने के निर्देश दिए। इस संदर्भ में क्या रणनीति अपनाई जा रही है के बारे में भी विस्तृत चर्चा की।
इसके लिए बृहद रूप से सत्यापन एवं निरन्तर सायं के समय चौकिंग अभियान चलाये जाने पर जोर दिया। बलवे के लंबित मुकदमों की समीक्षा के दौरान थाना स्तर पर किसी भी प्रकार की लापरवाही न कर गुण दोष निर्धारित करते हुए गिरफ्तारी किए जाने पर जोर दिया एवं कहा की समस्त पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में रात्रि के समय थानावार ओआर का समय निर्धारित करते हुए अपने निकट पर्यवेक्षण में विवेचनाओं का निस्तारण करें। महिला संबंधी अपराधों को प्राथमिकता के आधार पर त्वरित निस्तारण एवं गहनता से जांच कराए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि गलत मुकदमा हुआ है तो तत्काल कार्यवाही अमल में लाई जाए। पीड़ित द्वारा विवेचना में जो साक्ष्य दिये जा रहे हैं, उसे विवेचना में अवश्य शामिल किया जाए।
उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के अभियोगों में गहनता से विवेचक द्वारा नए कानून के अनुरूप वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य एकत्र करते हुए पूर्ण रुप विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाए। कोई भी निर्दाेष व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही नही होनी चाहिए। वांछित अपराधियों में कुछ वांछित अपराधी काफी वर्षों गिरफ्तार नहीं हो रहे हैं। इस पर संबंधित क्षेत्राधिकारी विधिक परामर्श लेते हुए आवश्यक कार्यवाही के साथ नियमानुसार इनाम घोषित कराएं एवं टीम बनाकर सूनियोजित तरीके से इस पर कार्रवाई करें।
मुख्यालय स्तर से जितने भी अभियान चलाए जा रहे हैं, उनका वह भी पर्यवेक्षक कर रहे हैं। जनपद में सभी अधिकारी भी इस पर विशेष रुचि लें। थाने में आने वाले फरियादियों की समस्या सम्बन्धित प्रभारी द्वारा अवश्य सुनी जाए। अपराध गोष्ठी के दौरान एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ मंगलौर विवेक कुमार, सीओ सिटी जूही मनराल, सीओ रुड़की नरेंद्र पंत आदि उपस्थित रहे।















