नशे का खेल : भोपाल में पकड़ाई 18 सौ 14 करोड़ की 900 किलो एमडी ड्रग्स

गुजरात, दिल्ली एटीएस और दिल्ली एनसीबी की संयुक्त कार्रवाई दो आरोपी गिरफ्तार,
6 महीने पहले किराये पर ली थी फेक्ट्री, केमिकल की आड़ में बना रहे थे ड्रग्स

भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 18 सौ 14 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की 900 किेलो एमडी (मेथामफेटामाइन) ड्रग्स बरामद की गई है। इस कार्रवाई को गुजरात और दिल्ली एटीएस (आतंकवाद विरोधी दस्ते) और दिल्ली एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) ने ज्वांइट ऑपरेशन करते हुए अंजाम दिया है। यह ड्रग्स भोपाल में कटारा हिल्स थाना क्षेत्र के बागरोदा पठार में स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में एक फेक्ट्री पर छापामार कार्यवाही कर बरामद की है। सूत्रों के अनुसार, रेड के दौरान दो आरोपियो महाराष्ट्र, नासिक के रहने वाले सान्याल बाने और भोपाल के अमित प्रकाशचंद्र चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया गया है। गुजरात एटीएस को राजधानी भोपाल में दोनो आरोपियो के ड्रग्स बनाने और उसे बेचने के बारे में इनपुट मिला था, जिसके बाद आला अफसरो के निर्देश पर शनिवार को फैक्ट्री पर रेड मारी गई। कार्रवाई के दौरान पता चला कि फेक्ट्री में केमिकल की आड़ में मेफेड्रोन (एमडी) नाम का ड्रग्स बनाने का काम किया जा रहा था।

इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाला करीब 5 हजार किलोग्राम का कच्चा माल और उपकरण भी मिले है। इन उपकरणो में ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क, हीटर शामिल हैं, जिसे जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। दोनो आरोपियो ने करीब 6-8 महीने पहले ही यह फेक्ट्री किराए पर लेकर शुरू की थी। करीब 900 किलो बरामद ड्रग्स की अनुमानित कीमत 1814 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस पूरी कार्रवाई को राजधानी पुलिस से छिपाकर रखा गया था, और स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। एनसीबी और एटीएस की टीम 24 घंटे पहले से ही भोपाल में मौजूद थी, लेकिन उन्होंने किसी तरह की जानकारी सार्वजनिक नहीं की। हालांकि, इस रेड की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। गुजरात के मंत्री हर्ष संघवी ने कार्यवाही को लेकर कहा है, कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में भारी जीत के लिए गुजरात एटीएस और एनसीबी (ऑपरेशन), दिल्ली को बधाई। हाल ही में, उन्होंने भोपाल में एक फैक्ट्री पर छापा मारा और एमडी तथा एमडी बनाने में प्रयुक्त सामग्री जब्त की है, जिसकी कीमत 1814 करोड़ रुपये है। यह उपलब्धि नशीली दवाओं की तस्करी और दुरुपयोग से निपटने में हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अथक प्रयासों को दर्शाती है।

हमारे समाज के स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा के लिए उनके सहयोगात्मक प्रयास महत्वपूर्ण हैं। हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों का समर्पण वाकई सराहनीय है। आइए हम भारत को सबसे सुरक्षित और स्वस्थ राष्ट्र बनाने के उनके मिशन में उनका समर्थन करना जारी रखें।

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