हरिद्वार: जिलाधिकारी ने ली जनपद में डेंगू रोग पर प्रभावी अंकुश के लिए समीक्षा बैठक

हरिद्वार। जनपद में डेंगू रोग पर प्रभावी अंकुश के लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य योजना को धरातलीय रूप देना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी कर्मेन्द सिंह ने जिला कार्यालय सभागार में डेंगू की रोकथाम के लिए समीक्षा बैठक लेते हुए हुए दिये।

उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि मौसम के भरोसे न रहे, सभी अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य योजना को धरातल पर उतारना सुनिश्चित करें ताकि डेंगू का डंक जनपद में पाव न पसार सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को सौंपे गए दायित्वो का निर्वहन पूरी कुशलता व तत्परता से करने के निर्देश दिये।

उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि डेंगू रोग की कोई औशधि एवं वैक्सीन न होने के कारण सावधानी व जागरूकता ही बचाव का उपाय है। उन्होंने अपील की कि मच्छर के प्रजनन स्थलों को समाप्त करने के लिये अपने घरों में आस-पास साफ पानी एकत्र न होने दे। एकत्रित पानी को सप्ताह में एक बार साफ कर दें या ढक कर रखें। कूलर, फ्रिज की ट्रे, गमले, बेकार टायर आदि में पानी एकत्रित न होने दें। नारियल के खोल, डिस्पोजल बर्तन आदि का समुचित निस्तारण किया जाये।

छतों की टंकियों को ढक कर रखा जाए।  मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने डेंगू की रोकथाम के लिए जनपद में तैनात 40 वॉलिन्टियर्स का रोस्टर जारी करने के निर्देश दिये। बैठक में एसीएमओ डॉ. अशोक कुमार तोमर डेंगू के लक्षण के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जनपद में अभी तक डेंगू के 6 प्रकरण सामने आ चुके हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, एसडीएम अजयवीर सिंह, जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, सचिव रेडक्रॉस सोसाइटी डॉ.नरेश चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोश भण्डारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी टीआर मलेठा, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

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