मध्य प्रदेश के छतरपुर सिटी कोतवाली पर पत्थर बाजी की गई थी जिस पर सीएम डॉ. मोहन यादव के सख्त निर्देशों के बाद 100 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से इनकी भी पहचान की जा रही है. इधर सीएम के निर्देशों पर आरोपियों के घर बुलडोजर चलने की कार्रवाई शुरू हो गई है.
यह सबसे बड़ा सवाल है। मुस्लिम समाज ने सिटी कोतवाली के घेराव का वही समय क्यों तय किया जब दलित संगठनों द्वारा पूर्व घोषित आंदोलन किया जा रहा था। इन सवालों का जवाब जिला और पुलिस प्रशासन को देना चाहिए। हमारा खुफिया तंत्र क्या कर रहा था। आज़ से 44 साल पहले 26 जुलाई 1980 को भी सिटी कोतवाली पर पथराव किया गया था, लेकिन वह मामला एक थानेदार द्वारा किए गए बलात्कार को लेकर जन आक्रोश का नतीजा था। आज़ तो ऐसे कोई हालात नहीं थे। प्रत्येक व्यक्ति प्रत्येक समाज और संगठन को आंदोलन तथा विरोध प्रदर्शन का संवैधानिक अधिकार है।
यदि पैगम्बर मुहम्मद साहब के विरुद्ध कोई टिप्पणी की गई थी तो शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना जायज ठहराया जाता। लेकिन जब शहर में एक आंदोलन पहले से चल रहा है और समूचा प्रशासन कानून व्यवस्था बनाए रखने में जुटा हुआ था शहर की फिजा में जहर घोलने वाले अपराधियाें के आलीशान मकानाें पर माेहन सरकार का बुलडोजर चलाने का फरमान जारी हाे गया हैं।
छतरपुर में सिटी कोतवाली पर पथराव मामले में सीएम डॉ मोहन यादव के निर्देश के बाद पुलिस कड़ा एक्शन ले रहीं है गुरूवार को पुलिस ने इस प्रकरण में 46 नामजद और डेढ़ सौ अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। इसके साथ ही पथराव करने वाले हाजी शहजाद अली के आलीशान मकान पर बुलडोजर चलवाकर उसे तोड ने कार्यवाही गुरूवार को सुबह 11 बजे से चल रही हैं।
सूत्रों की माने तो हाजी शहजाद अली के आलीशान मकान पर जिस तरह तीन तीन बुलडोजर चलाए गए है, और लाखों कीमत की सफारी,इनोबा सहित अन्य मकान के गैरेज में रखी कारों को भी बुलडोजर से कुचल दिया है। उसी प्रकार और भी उपद्रव करने वालों के मकान जमींदोज करने की कार्यवाही हो सकती है। गौरतलब है कि प्रशासन से पंगा लेने वाले प्रदर्शनकारियों में हडकंप की स्थिति है। गुरूवार को लगभग एक सैकडा से अधिक पुलिसकर्मी थाना प्रभारी,
डीएसपी के अपर कलेक्टर मिलिंद नागदेवे, एसडीएम,तहसीलदार,राजस्व अमला के अलावा नगर पालिका सीएमओ व अधीनस्थ अमला कार्यवाही में संलग्न रहा है। माेहन सरकार के एक्शन में आने के बाद जिला प्रशासन के आला अफसर डीआईजी ललित शाक्यवार , कलेक्टर पार्थ जैसवाल ,पुलिस अधीक्षक अगम जैन के निर्देशन में बडी कार्रवाई जारी हैँ।