बरेली : 15 दिवसीय तुलसी जयंती महोत्सव के उपलक्ष में श्री रामायण मंदिर में राम कथा का आयोजन किया गया है। कथा व्यास शिवानंद भाई ने प्रभु श्री राम का जानकी के साथ विवाह की कथा सुनाकर भक्तों को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि भवसागर को यदि पार करना है तो हमें प्रभु श्री राम की शरण में जाना ही पड़ेगा। तभी हमारा कल्याण संभव है।
माधववाडी स्थित श्री रामायण मंदिर में नैमिषारण्य से पधारे कथा व्यास शिवानंद भाई ने सचेत करते हुए कहा कि यदि हम अपने बच्चों को सनातन संस्कार नहीं दे रहे हैं तो हम स्वयं को कष्टमय जीवन जीने को दावत दे रहे हैं। उन्होंने आवाहन किया कि हमें प्रभु श्री राम के जीवन चरित्र के विषय में अपने बच्चों को शिक्षा देने की महती आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा की संस्कारवान बच्चे ही अपना भविष्य उज्जवल बनाकर माता-पिता का नाम रोशन करते हैं। इस अवसर पर कथा व्यास ने मंत्रमुग्ध करने वाले भजन सुनाकर भक्तों को नृत्य करने के लिए बाध्य कर दिया।
कथा का आनंद लेने वालों में अनिल अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा, जनक राज अरोड़ा, तिलक राज, राम अरोड़ा, बरखा अरोड़ा सहित बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे।