बरेली। शहर भर में खाली पड़ी नगर निगम की जमीनों की अब पैमाइश शुरू हो गई है। बीते तीन दिन पूर्व हुई कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकारिणी सदस्यों ने महापौर के सामने प्रस्ताव रखा था कि शहर में निगम की करोड़ों रूपये की जगह पड़ी है। जिस पर लोगों का कब्जा हो गया है। उन जमीनों पर कोई खेती कर रहा है तो किसी पक्का निर्माण करा लिया है। बैठक में महापौर उमेश गौतम ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि निगम की सारी जमीनों की जल्द से जल्द पैमाइश कराकर पता लगाया जाए।
नगर निगम को जमीन की काफी जरूरत:
स्मार्ट सिटी के तहत शहर को संवारने का कार्य किया जा रहा है। जू, पार्क समेत कई निर्माण करायें जा रहे हैं। तो वहीं कुछ निर्माण जमीन न होने से रुके पड़े हैं। खास बात यह है कि पूरे शहर में इर्द-गिर्द नगर निगम की काफी सारी जमीन खाली पड़ी है। जिस पर स्थानीय लोगों का कब्जा हो गया है, लेकिन कोई इस ओर देखने को तैयार नहीं है।
नगर निगम की इस जमीन में लोगों खेती- बाड़ी कर रहे हैं। तो कुछ जगह तो लोगों ने निगम की जमीन में पक्का निर्माण करा लिया है। नगर निगम के वार्ड 36 जौहरपुर में निगम की करीब 40 बीघा जमीन पड़ी है। जिसमें स्थानीय लोग खेती कर रहे हैं। पार्षदों के बताने पर नगर निगम के अधिकारी को पता चला कि उनकी इतनी जमीन है, जो खाली पड़ी है और उन पर दूसरों को कब्जा है।