पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व सांसद संतोष गंगवार ने रांची में झारखंड के राज्यपाल पद की शपथ ग्रहण की। राजभवन में हुए भव्य समारोह में श्री गंगवार ने पद व गोपनीयता की शपथ ली। उनकी सुपुत्री श्रुति गंगवार, पुत्र अपूर्व गंगवार ‘ईशु’, दामाद सुबोध सचान समेत कई परिजन व भाजपा के ब्रज क्षेत्र के सह मीडिया प्रभारी मनीष अग्रवाल आदि इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बने।
झारखंड उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद ने गंगवार को पद की शपथ दिलाई। यहां शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मुख्य सचिव एल। खियांग्ते, अन्य मंत्री और कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
गंगवार ने झारखंड के राज्यपाल नियुक्ति होने पर प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का आभार जताया और कहा कि वह आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की धरती पर आकर बहुत खुश हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह राज्य देश में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करेगा और अपने समृद्ध संसाधनों के साथ विकास के शिखर तक पहुंचेगा। मुझे यकीन है कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड प्रगति करेगा।
श्री गंगवार के शपथ ग्रहण समारोह का साक्षी बनने के लिए व्यवसायी रमनदीप सिंह, आईवीआरआई के निदेशक डॉ. त्रिवेणी दत्त, व्यवसायी गुरु मेहरोत्रा, हाफेड के निदेशक दक्ष शर्मा, भाजपा नेता मनोज थपलियाल, तरुण गंगवार आदि रांची पहुंचे। शपथ ग्रहण के उपरांत राज्यपाल श्री गंगवार देर रात दिल्ली आ गये। जहाँ वे गवर्नर कांफ्रेंस में हिस्सा लेंगे।
महामहिम का 40 साल का बेदाग सफ़र
बरेली लोकसभा सीट से आठ बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रहे गंगवार अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि उन्हें नई जिम्मेदारी दी जाएगी। गंगवार का चुनावी सफर 1984 में शुरू हुआ था। तब वह पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद की पत्नी एवं कांग्रेस उम्मीदवार आबिदा बेगम से हार गए थे। इसके बाद उन्होंने 1989 में फिर से लोकसभा चुनाव लड़ा और पहली बार सांसद बने।
वह 1989 से 2019 तक लोकसभा चुनावों में विजयी रहे। हालांकि 2009 में कांग्रेस के प्रवीण सिंह ऐरन से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने निवर्तमान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को हवाई अड्डे पर विदाई दी थी।
संतोष गंगवार को उनके ईमानदार और साफ-सुथरे व्यक्तित्व के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपने करियर में हमेशा एक अच्छी छवि बनाए रखी है और जनता के साथ उनके संबंध भी काफी सकारात्मक रहे हैं। उनका व्यक्तित्व और कार्यशैली उन्हें एक सच्चे जनसेवक के रूप में उभारते हैं।
वे अक्सर अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं को सुनने और हल करने में सक्रिय रहते हैं, जिससे उनके और जनता के बीच एक पारिवारिक और करीबी संबंध बनता है। उनकी यही विशेषताएं उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाती हैं और उनकी छवि को मजबूत करती हैं।