बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में बरेली मंडल के जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की। लोकसभा चुनाव के नतीजों के आने के बाद मुख्यमंत्री ने पहली बार सीधे जमीनी फीड बैक लिया। सभी विधायक भी खुलकर बोले, अपनी बात को रखा। मुख्यमंत्री ने समझाया कि आने वाले वक्त में किस तरह से काम करना है, जिससे पार्टी की स्थिति मजबूत हो। कमजोर बिन्दुओं को ठीक किया जाये और छिटके वोटर्स को वापस लाया जाये। विकास के कई प्रोजेक्ट्स को लेकर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने विधायकों की कई मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
बरेली मंडल में लोकसभा की पांच सीटें आती हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा ने सभी सीटों को जीता था मगर 2024 के चुनाव में पांच में भाजपा केवल तीन सीटें ही जीत सकी। आंवला और बदायूं की सीट भाजपा हार गई। मुख्यमंत्री ने बरेली मंडल के सभी विधायकों, विधान परिषद सदस्य आदि से मुलाकात की। बातचीत के मूल में पार्टी के छिटके जनाधार को लेकर चिंता थी।
बैठक के अंदर से छनकर आई खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह समझना चाहते थे कि आखिरकार वह कौन सा वोटर था जो 2019 और 2022 के चुनाव में साथ था मगर 2024 में साथ नहीं रहा। बूथवार इसको समझा जाये। बैठक में कहा गया कि चुनाव में पचास प्रतिशत पार्टी और पचास प्रतिशत प्रत्याशी का रोल होता है। आंवला लोकसभा पर चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि अति आत्मविश्वास हार का कारण बना। प्रत्याशी को लेकर भी कुछ सवाल थे, जिन पर संकेतों में बात कही गयी।
बैठक में बिजली और पशुओं की समस्या का भी जिक्र सामने आया। ब्यूरोक्रेसी के रवैये पर भी बात शुरु हुई मगर वह बात पूरी नहीं हो सकी और हेलमेट के बिना भी चालान होने के मुद्दे पर उलझकर रह गई। बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमों का पालन तो करना ही चाहिए। हेलमेट जान बचाने के लिए बेहद जरूरी है।
कई विधायकों ने बिजली का मुद्दा उठाया। कहा गया कि अब बिजली नहीं आ रही है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में समस्यायें बहुत अधिक हैं। मुख्यमंत्री ने व्यवस्था ठीक कराने की बात कही। काफी देर तक चली इस बैठक में विधायक डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, राजीव कुमार सिंह बब्बू, महेश गुप्ता, डा.एमपी आर्या, हरीश शाक्य, सुधीर गुप्ता, सलोना कुशवाह, हरि प्रकाश वर्मा, स्वामी प्रवक्तानंद, प्रोफेसर डॉ. श्याम बिहारी लाल, मंत्री जेपीएस राठौर, मंत्री धर्मपाल सिंह, सुरेश खन्ना, डॉ. अरुण कुमार, संजय गंगवार, डा. डीसी वर्मा, अरविंद सिंह, बहौरन लाल मौर्य, वीर विक्रम सिंह प्रिंस, कुंवर महाराज सिंह आदि मौजूद रहे।
सैदापुर पुल का मुद्दा उठाया कुंवर महाराज सिंह ने…
एमएलसी कुंवर महाराज सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। उन्होंने बिजली की समस्या को प्रखरता से सामने रखा तथा कहा कि बिजली की दिक्कत बढ़ गई है। साथ ही फरीदपुर में एक पुल जो शाहपुर बिनियान को पचौमी के पास सैदापुर से जोड़ता है, उसके खराब हाल को भी मुख्यमंत्री के सामने रखा।
उन्होंने कहा कि यह पुल गन्ना बेल्ट को द्वारकेश चीनी मिल से भी जोड़ता है, इसको ठीक नहीं किया गया तब बड़ी समस्या होगी। मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। कुंवर महाराज सिंह गंगा की खादर में चकबंदी का मुद्दा भी उठाया तथा कहा कि कई दबंगों ने छोटे किसानों की जमीनों को जोत रखा है, शिकायतों के बाद भी उनको अपने हक की जमीन नहीं मिल पाती है। उनकी बात को ध्यान से सुनकर समुचित निस्तारण का आश्वासन दिया गया।
नवाबगंज में कई विकास के मुद्दों को उठाया डा. आर्या ने…
बरेली। नवाबगंज के विधायक डा. एमपी आर्या ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने कई प्रमुख मुद्दों को रखा। उन्होंने कहा कि बिजली की व्यवस्था ठीक नहीं है। कई अधिकारी भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, जो सरकार की छवि को खराब करना चाहते हैं।
विधायक डॉ. आर्य ने मुख्यमंत्री को नवाबगंज आने के लिए आमंत्रित किया तथा कहा कि सितंबर के अंत में अटल आवासीय विद्यालय का उद्घाटन उनके हाथों से किया जाये। साथ ही यह भी बताया कि सटी हुई जमीन पर मारुति उद्योग की ओर से एक सीबीजी प्लांट लगाया जा रहा है, जिसका शिलान्यास भी उसी दिन कर दिया जाये।
उन्होंने मुख्यमंत्री को विभिन्न मांगों को लेकर कई पत्र भी सौंपे। जिसमें देवहा नदी पर पुल का मुद्दा उठाया गया तथा नदी पर पिचिंग को आवश्यक बताया गया। विधायक नवाबगंज ने कुंडरा कोठी रोड का मुद्दा भी उठाया तथा कहा कि यह सिंगिल रोड है तथा इस पर वाहनों की संख्या अधिक रहती है, इसलिए इसका चौड़ीकरण किया जाना चाहिए। विकासखंड भदपुरा के कर्मचारी आवासों का पुनर्निर्माण कराये जाने, क्योलड़िया के पास डैम के रास्ते के चौड़ीकरण व नवाबगंज में रोडवेज का बस स्टैंड बनाने की मांग रखी गयी है।
सीएम से मिले मेयर, दिया फीडबैक…
जनप्रतिनिधियों खासतौर पर विधायकों की बैठक से अलग मेयर डॉ. उमेश गौतम की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अलग से मुलाकात हुई। उन्होंने बरेली को लेकर अपना फीडबैक दिया तथा कई विकास कार्यों पर चर्चा भी की। डा. गौतम ने कहा है कि जल्द ही विकास की विभिन्न परियोजनाओं, नई योजनाओं के क्रियान्वयन में काफी तेजी आयेगी।
लखनऊ में आज मुख्यमंत्री की ओर से बरेली मंडल के सभी जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया था। मेयर डा. उमेश गौतम को अलग से समय दिया गया था। उनके साथ बातचीत में सीएम ने बरेली के बारे में फीडबैक लिया। चुनाव के परिणामों पर भी चर्चा हुई। मेयर डा. गौतम ने सालिड वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़ा विषय भी उठाया तथा कहा कि 2021 से टेंडर में लगातार कॉरिजेंडम लग रहा है। मुख्यमंत्री की ओर से इसको ठीक कराने का आश्वासन दिया गया।
मेयर ने स्मार्ट सिटी बरेली के विभिन्न विकास की योजनाओं को लेकर भी जानकारी दी तथा विस्तार से विभिन्न योजनाओं की प्रगति के बारे में बताया। भास्कर से बातचीत में मेयर ने कहा कि बरेली की विभिन्न विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन में जल्द ही तेजी आयेगी। इसके काम भी तेज होंगे तथा जनता में संदेश भी अच्छा जायेगा। उन्होंने विभिन्न प्रोजेक्ट्स के सम्बंध में मुख्यमंत्री को अपना एक पत्र भी सौंपा।