कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चार लोकसभा सीटों के उपचुनाव 10 जुलाई को होने वाले हैं। इसके लिए प्रचार का शोर आज सोमवार शाम थम गया है। इन चुनावों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा दोनों के लिए चुनौतियां बड़ी है।
चुनाव आयोग की ओर से सोमवार को बताया गया है कि चारों लोकसभा सीटों पर सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों के सशस्त्र जवानों की तैनाती होगी। मतदान केंद्रों पर सेंट्रल फोर्स के जवान तैनात होंगे जबकि बाहर कानून व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस और केंद्रीय बलों की क्यूआरटी बनाई गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल हालिया लोकसभा चुनावों में मिली 29 सीटों की शानदार जीत को दोहराने की कोशिश कर रही है। वहीं, भाजपा अपने 2019 के 18 लोकसभा सीटों की तुलना में घटकर 12 सीटों पर आ जाने के बाद वापसी की उम्मीद कर रही है।
उपचुनाव वाली चार लोकसभा सीटों में से तीन सीटें –नदिया जिले की रानाघाट दक्षिण, उत्तर 24 परगना जिले की बागदा और उत्तर दिनाजपुर जिले की रायगंज – 2021 विधानसभा चुनावों में भाजपा ने जीती थीं। वहीं, कोलकाता की मानिकतला सीट तृणमूल ने जीती थी। हालांकि, उपचुनाव आमतौर पर सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में जाते हैं, लेकिन भाजपा के लिए यह नाक का सवाल है क्योंकि उसने लोकसभा चुनावों में इन तीन सीटों पर बढ़त बनाई थी।
2021 विधानसभा चुनावों के बाद, इन तीन सीटों से भाजपा के विधायकों – कृष्णा कल्याणी (रायगंज), बिस्वजीत दास (बागदा) और मुकुट मणि अधिकारी (रानाघाट दक्षिण) – ने तृणमूल में शामिल होने का फैसला किया। लोकसभा चुनावों में तृणमूल ने इन्हें क्रमशः रायगंज, रानाघाट और बनगांव सीटों से उतारा, लेकिन वे सभी भाजपा उम्मीदवारों से हार गए। आगामी उपचुनावों में, तृणमूल ने रायगंज और रानाघाट दक्षिण सीटों के लिए फिर से कल्याणी और अधिकारी को टिकट दिया है। बागदा सीट के लिए पार्टी ने मधुपर्णा ठाकुर को नामित किया है। वहीं, भाजपा ने बागदा में स्थानीय नेता बिनय कुमार बिस्वास, रानाघाट दक्षिण में मनोज कुमार बिस्वास, रायगंज में मानस कुमार घोष और मानिकतला में कल्याण चौबे को मैदान में उतारा है। मानिकतला सीट पर तृणमूल ने दिवंगत विधायक साधन पांडे की पत्नी सुप्ति पांडे को टिकट दिया है।
मानिकतला सीट तृणमूल का गढ़ रही है, जबकि रायगंज, बागदा और रानाघाट दक्षिण सीटों पर भाजपा की चुनौती मजबूत है।
तृणमूल राज्य उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि लोग आमतौर पर लोकसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में मतदान करते हैं। हमें उम्मीद है कि वे ममता बनर्जी को वोट देंगे। वहीं, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि लोग तृणमूल के आतंक और हिंसा से थक गए हैं। हमें उम्मीद है कि वे उपचुनाव में तृणमूल के खिलाफ वोट देंगे।