हल्द्वानी: पिछड़े तबकों तक स्किल एजुकेशन पहुंचाएगा यूओयूः प्रो. भसीन

हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के अंतिम दिन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा उन्नयन राज्य मंत्री डा. देवेंद्र भसीन ने कार्यशाला को वर्चुअल रूप से संबोधित किया। उन्होंने कार्यक्रम में स्किल कंपोनेंट को बढ़ावा देने के लिए कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी की सराहना की।

डॉ. भसीन ने कहा कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेश के गरीब व पिछड़े तबकों के साथ सभी के लिए स्किल एजुकेशन पहुंचाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नेगी ने कहा कि सभी प्रदेश के विश्वविद्यालय विभागीय स्तर पर जो भी कोर्स अथवा क्वालिफिकेशन के प्रस्ताव राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद को देंगे। उन्हें भविष्य में आपस में साझा किया किया जाना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक स्किल आधारित कोर्स सभी विश्वविद्यालय को मिल सकें। इससे मुक्त व दूरस्थ्य शिक्षा में बेहतर परिणाम निकलेंगे।

राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान भोपाल के निदेशक डॉ. राजेश खंबायत ने सभी विश्वविद्यालय द्वारा बनाई गई क्वालिफिकेशन का प्रजेंटेशन लिया तथा उनके द्वारा बनाई गई क्वालिफिकेशन में कमियों के सुधार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सभी क्वालिफिकेशन आधारित कोर्स ब्लूम टैक्सनॉमी का अनुपालन करना चाहिए। यूओयू परिसर में कॉमनवेल्थ एजुकेशनल मीडिया सेंटर फॉर एशिया (सीईएमसीए) के साथ सह-आयोजित इस कार्यशाला में संयोजक डॉ. जितेंद्र पांडे ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की।

इसके अगले क्रम में प्रतिभागियों द्वारा अपने अनुभव को साझा किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सिमका के निदेशक डॉ बी शद्रच ने कहा कि इस वर्कशाप के पश्चात सभी विश्वविद्यालय एनसीवीटी में अप्लाई करेंगे। साथ ही नई क्वालिफिकेशन या कोर्स हेतु प्रपोजल भेजेंगे और सभी प्रपोजल की समीक्षा करने में सहायता करेगा। कार्यक्रम में यूओयू की ओर से डॉ. आशुतोष भट्ट, डॉ. मंजरी अग्रवाल, डॉ. सुमित प्रसाद, डॉ. मीनाक्षी राणा आदि थे।

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