बरेली। ज्ञानवापी सर्वे की सुनवाई करने वाले स्पेशल जज रवि कुमार दिवाकर की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। लखनऊ की एनआईए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने गुरुवार को जनपद न्यायाधीश लखनऊ के माध्यम से उच्च न्यायालय इलाहाबाद के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। इसमें संदर्भ दिया गया कि जज रवि कुमार दिवाकर को धमकी दी जा रही। एनआईए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने लिखा है कि ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण की सुनवाई करने वाले न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर को भोपाल के नवी बाग निवासी अदनान खान द्वारा जानमाल की धमकी दी गई है।
इस वजह से लिया गया फैसला
आरोपी अदनान खान द्वारा भारत व उसकी संवैधानिक व्यवस्था का मूल अंग न्यायपालिका के प्रति धार्मिक आधार पर अविश्वास व द्रोह उत्पन्न किया जा रहा है। यह भी कहा गया है कि आरोपी अदनान के इस कृत्य पर अगर अंकुश नहीं लगाया गया तो कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। अदालत ने इसके पूर्व एटीएस के अनुरोध पर आरोपी अदनान खान को 14 जून को पुलिस कस्टडी रिमांड पर देने का आदेश दिया था तथा पूछताछ के दौरान उसकी निशानदेही पर दो मोबाइल व एक पेन ड्राइव बरामद की गई है। यह इसी घटना से संबंधित बताई जाती है। आरोपी की पुलिस कस्टडी रिमांड अवधि 20 जून को समाप्त हो गई। इस बीच एनआईए कोर्ट ने न्यायाधीश रवि कुमार की सुरक्षा को लेकर पत्र लिखा है।
इंस्टा से मिली थी धमकी
रवि कुमार दिवाकर इस समय बरेली में फास्ट ट्रैक कोर्ट-प्रथम के जज हैं। विगत दिनों पूर्व में इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिये उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। तीन जून को एटीएस के लखनऊ में गोमतीनगर थाने के दारोगा प्रभाकर ओझा ने भोपाल के अदनान खान पर विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम, धमकी व सद्भाव बिगाड़ने की धारा में प्राथमिकी लिखी थी। उसे 14 जून से रिमांड पर लेकर पूछताछ हुई। दो मोबाइल फोन व एक पेन ड्राइव बरामद की गई।