बरेली। बिजली सप्लाई में कटौती से जिले भर में औद्योगिक क्षेत्र प्रभावित है। लखनऊ हाईवे और नैनीताल मार्ग स्थित भोजीपुरा में सप्लाई व्यवस्था काफी खराब है। विभागीय आला कमान ने पिछले दिनों इसका फीडबैक व्यापारियों से लिया तब पता चला दिन भर ट्रिपिंग और दो-दो घंटे तक सप्लाई गुल रहना आम बात है। इसकी गाज अधिशासी अभियंता ग्रामीण मनोज कुमार पर गिरी है। जिले भर में की गई अघोषित बिजली कटौती की ख़बर को दैनिक भास्कर समाचार पत्र में प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया था। ख़बर का दमदार असर हुआ और आला कमान ने सप्लाई देने में फेल एक्सईएन को हटा दिया।
चुनाव आचार संहिता हटते ही पावर कॉरपोरेशन ने नाकारा अफसरों पर गाज गिराना शुरू कर दी है। इसका नारियल बरेली में फोड़ कर शुरू किया गया। पिछले माह विभाग ने औद्योगिक बिजली सप्लाई व्यवस्था का जायजा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा लिया गया सभी प्रमुख उद्यमी और उनके संगठन इससे जोड़े गए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष उद्यमियों ने लखनऊ हाईवे और भोजीपुरा स्थित औद्योगिक क्षेत्र में मिलने वाली बिजली अव्यवस्था पर नाराजगी जताई थी। फतेहगंज पूर्वी और फरीदपुर स्थित पडेरा बिजली घर में लगे बिजली ट्रांसफार्मर लापरवाही के चलते फुंकने के कगार पर पहुंच गए थे।
बताया जाता है कि इन दोनों उपकेंद्रों पर स्थापित ट्रांसफार्मर में तेल कम था इसलिए खराब होने की स्थिति में पहुंच गए थे। बताया जाता है कि अधिशासी अभियंता ग्रामीण मनोज कुमार ने इसे बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया तब कहीं जाकर अधीक्षण अभियंता एके चौरसिया ने ट्रांसफार्मर तेल व्यवस्था करा कर उसे टॉप अप कराया। लगातार निर्देशों का पालन न करना सप्लाई सुचारु न होने पर अधिक अधीक्षण अभियंता ग्रामीण एके चौरसिया ने कई बार चेतावनी दी थी जब कोई सुधार नहीं हुआ
तब उन्होंने मध्यांचल मुख्यालय से आग्रह किया कि अधिशासी अभियंता मनोज कुमार को तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाए लेकिन आचार संहिता होने से उसे समय कोई कार्यवाही नहीं हो पाई अब एक सप्ताह बीतने पर विभाग ने मनमानी करने वाले अधिशासी अभियंता मनोज कुमार ग्रामीण को चीफ इंजीनियर कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। बिसौली और बदायूं वितरण खंड में गिरते राजस्व वसूली पर संबंधित अवसर हटाने के निर्देश जारी किए गए थे उनकी तल्खी को देखकर बैठक में मौजूद अफसर में खलबली मच गई थी क्योंकि अध्यक्ष इस बार कुछ नए तेवर लेकर आए थे गर्मियों में बिजली की किल्ल्त और ट्रिपिंग से निपटने के लिए बरेली जोन में अपेक्षित कार्य नहीं किया गया
एक सर्वे के मुताबिक देश में सबसे अधिक यूपी में बिजली की खपत का रिकॉर्ड सामने आया है यूपी में बिजली की खपत 29820 मेगावाट तक पहुंच गई। इस बार जून में बिजली की खपत का आंकड़ा 64 करोड़ यूनिट से भी ज्यादा दर्ज किया गया यह हाल ही तब है जबकि कई इलाकों में अघोषित कट लग रही है फाल्ट के चलते घंटे बिजली ठप रह रही है भीषण गर्मी के बीच बिजली की खपत में यूपी में रिकॉर्ड बना दिया है।