
देहरादून। संत निरंकारी सत्संग भवन विस्थापित क्षेत्र में गुरूवार को ज्ञान प्रचारक महात्मा तेज सिंह भंडारी द्वारा विचारों में कहा गया सतगुरु की वचनों को मानना बहुत आवश्यक है जो मानव अपने जीवन में विवेक से काम लेता है, निरंकारी मिशन के पांच प्राणों को जीवन में हमेशा ध्यान रखता है, हमेशा सेवा सिमरन सत्संग करता है।
महात्मा तेज सिंह भंडारी ने निरंकारी मिशन के पांच प्राणों पर विस्तृत चर्चा की और विस्तृत रूप से इनको समझाया। इसी कार्यक्रम में बहनो में गोदांबरी, अनीता कला, कमला, भाइयों में दिलावर सिंह नेगी, राम गोपाल तिवारी, सरजीत, आयुष्मान आदि ने अपने विचार विमर्श व्यक्त किया। सत्संग का संचालन राजेंद्र रुक्मणि द्वारा किया गया। सत्संग के पश्चात सोनी पंवार की ओर से लंगर की व्यवस्था की गयी।















