बरेली। थाना शाही में पति को पत्नी के अवैध संबंध होने का शक था। जिसके चलते पति ने लूट की झूठी कहानी रचकर गर्भवती पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने काफी लंबी जांच पड़ताल की। इसके बाद आरोपी पति राजकुमार और उसके दोस्त राम बहादुर को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। बरेली देहात के शाही थाना क्षेत्र के बकैनिया वीरपुर गांव निवासी राजकुमार को अपनी पत्नी हेमलता (23 वर्ष) पर अवैध संबन्ध का शक था।
इसको लेकर अक्सर मारपीट होती थी। जिसके चलते वह मायके चली गई, लेकिन तभी पत्नी के गर्भवती होने की सूचना मिली। इससे राजकुमार का शक और बढ़ गया। उसने पत्नी की हत्या का फैसला किया। मगर, इससे पहले पत्नी का भरोसा जीता। इसके बाद ससुराल लाकर रिश्तेदारियों में ले जाना शुरू किया। 14 मई को राजकुमार अपनी पत्नी को बाइक से लेकर ससुराल शीशगढ़ थाना क्षेत्र के मलसाखेड़ा गांव से आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में पत्नी की गोली मारकर लूट की फर्जी कहानी रच दी।
बहनोई से अवैध संबन्ध का शक
आरोपी राजकुमार को पत्नी के अवैध संबंध का शक काफी पहले से था। इसलिए हत्या की थी। मगर, पुलिस ने घटना के बाद शाही थाने में अपराध संख्या 132/2024 धारा 302, 393 और 394 में दर्ज किया। मगर, पुलिस को पति पर ही शक हो गया। पुलिस ने अन्य पहलुओं पर जांच करने के साथ ही राजकुमार से भी पूछताछ की। इसमें राजकुमार ने पुलिस को बताया की हेमलता से 2023 में धूमधाम से शादी हुई थी। दोनों के अच्छे संबंध थे। मगर, मेरी पत्नी मोबाइल पर बहुत ज्यादा बातें करती थी। रील बनाने का भी शौक था। मुझे पसंद नहीं था। मैंने उसे मना किया। मगर, वह नहीं मानी। जिसके चलते मारपीट और झगड़ा होने लगा। वह अक्सर अपने बहनोई से भी बात करती थी।
इस पर मना किया। वह फोन पर छिप छिप कर बात करने लगी। इसी को लेकर विवाद हुआ। उससे मोबाइल भी छीन लिया था। वह नाराज होकर मायके चली गई। वहां सूचना मिली कि वह गर्भवती हो गई। मुझे शक था कि यह बच्चा मेरा नहीं है। इसी को लेकर मैं काफी तनाव में रहने लगा। मैंने अपने जिगरी दोस्त राम बहादुर से भी पत्नी के बारे में बातचीत की। उसने मुझे समझाया। मगर, मैं सतर्क रह रहा था। अपनी पत्नी पर पाबंदी और निगरानी रखने लगा। पत्नी से इसी को लेकर मारपीट और कहासुनी भी कई बार हुई। ससुराल और पत्नी दोनों से ही तंग आकर, मैं अंदर ही अंदर घुट रहा था। इसलिए मैंने रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
मिर्च लोड कर एकत्र किए रूपये, फिर खरीदा तमंचा
पत्नी की हत्या के किए तमंचा खरीदना था। मगर, रूपये नहीं थे। इसलिए मिर्च लोड और बेचने से पैसा कमाया। इसके बाद तमंचा और कारतूस खरीदे। अपनी पत्नी को विश्वास में लेने के लिए उसके साथ अच्छा व्यवहार करने लगा। उसके मायके और उसकी मौसी के घर घूमने ले गया। घटना के दिन ससुराल से देर से चला। जिससे की अंधेरा हो जाए।गांव के पास पुलिया के पास बाई तरफ कच्चे रास्ते पर बाइक ले गया।मेरी पत्नी ने पूछा इधर क्यों चल रहे हो, तो मैंने बताया कि अपने मिर्च के खेतों में घूमने चलेंगे। क्योंकि, मैं प्रोग्राम बना रखा था। कच्चे रास्ते पर ही मोटरसाइकिल खाली खेत में खड़ी की। इसके बाद पेट में पल रहे बच्चे के बारे में पूछना शुरू किया। इस पर कहासुनी शुरू हो गई। मैंने गुस्से में मोटरसाइकिल की डिग्गी से कपड़े में लिपटा कर रखे लोड तमंचे को निकाल कर सीधे उसके सीने में गोली मार दी। वह वही बिल्कुल शांत हो गई।
हत्या के बाद दोस्त को बुलाया जब वह मर गई तो, मैंने सबसे पहले अपने दोस्त राम बहादुर को बुलाया। वह तुरंत मौके पर आ गया और मेरी पत्नी की लाश देखकर घबरा गया। मैंने रोकर अपने दोस्त से कहा, अब तो मैं फंस जाऊंगा। किसी तरह मुझे बचाओ, तब मेरे दोस्त ने कहा कि घबराओ मत। मैं कुछ करता हूं और फिर उसने लात मार कर बाइक गिरा दी। अब मेरी पत्नी के दोनों पांव के पायल, पाजेब और कमर में पहनी तगड़ी को निकाल लिया। इसके बाद एक पैर का जूता उठाकर दूसरी तरफ फेंक दिया और पत्नी का पर्स भी मौके पर ही छोड़ दिया था, ताकि सब लोग लूट ही समझें। इसके बाद तमंचे का खोखा, जो नीचे गिरा था। उसको मोबाइल की रोशनी में उठाकर खेत से दूर जाकर लिपटिस के पेड़ के नीचे जड़ में सूखे पत्तों के नीचे छुपा दिया। इसके बाद वह चला गया।
इसके बाद मैंने अपने दोस्त के नंबर पर बार बार कॉल की। गांव वालों को भी कॉल करके बताया कि चार लुटेरों ने लूट करके मेरी पत्नी को गोली मार दी। गांव से कई लोग बाइक और पैदल मौके पर दौड़कर आ गए, मेरा दोस्त राम बहादुर भी आ गया। मगर, मैने रोने और बेहोश होने का नाटक कर खुद को चोट का बहाना बनाया। परिवार के लोग अस्पताल लेकर गए।मगर, डॉक्टर ने चोट न होने के कारण छुट्टी कर दी। इसके बाद शहर के अस्पताल गए। मगर, वहां भी चोट न होने के कारण छुट्टी कर दी। ससुराल के साथ ही पुलिस को भी हम पर शक हो गया था। इसलिए हम दोनों बचने को दिल्ली जाकर छिपना चाहते थे।मृतका के पिता ने दी थी तहरीर
मृतक हेमलता के पिता हरीश कुमार ने बेटी की हत्या के बाद मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें दामाद राजकुमार के साथ बेटी के जाने के दौरान गोली मार कर हत्या की बात कही गई थी। मगर, इसके बाद ससुर को दामाद पर शक हो गया था। उन्होंने दामाद राजकुमार के खिलाफ तहरीर दी थी।
हाइवे पर लगाया था जाम
मृतक महिला के पति ने घायल होने की फर्जी कहानी रची थी। उसने बताया था कि हत्या के बाद बदमाश फरार हो गए। इस घटना से खफा गुस्साई भीड़ ने रात में ही महिला का शव रखकर शीशगढ़-धनेटा रोड जाम कर दिया। यह हंगामा काफी समय तक चला। इस घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान, एसपी देहात मुकेश चंद्र समेत तमाम अफसर रात में ही फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए थे।