चंपावत जिले के लोहाघाट ब्लॉक की नेपाल सीमा को जोड़ने वाली रोसाल मटियानी सड़क की बदहाली पर ग्रामीणों का प्रशासन व सरकार के खिलाफ फूटा गुस्सा सीमांत क्षेत्र के ग्रामीणों ने किसान नेता मोहन चंद्र पांडे के नेतृत्व में सरकार, प्रशासन व जन प्रतिनिधियों के खिलाफ मटियानी मे जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया तथा सड़क में डामरीकरण की मांग की किसान नेता मोहन चंद्र पांडे व ग्रामीणों ने कहा रोसाल मटियानी सड़क का डामरीकरण पूरी तरह उखड़ चुका है
जिसमें ग्रामीण रोज जान हथेली में रखकर यात्रा करने को मजबूर है सड़क में दो-दो फीट के गड्ढे बन चुके हैं। कई बार संबंधित विभागों, प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से सड़क में डामरीकरण की मांग की गई पर इन सीमांत क्षेत्र की सुध किसी के द्वारा नहीं ली गई। ग्रामीणों ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों में आरोप लगाते हुए कहा जनप्रतिनिधि पांच साल में एक बार वोट मांगने आते हैं, उसके बाद उनकी शक्ल तक नहीं दिखाई देती है। उन्होंने कहा बदहाल सड़क में बीमार, बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने ले जाने में काफी दिक्कतें होती हैं। सड़क के झटको से कई बार गर्भवती महिलाओं की जान पर बन आती है। पांडे ने कहा यह सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण सड़क है, सामने नेपाल राष्ट्र है,
सीमा की चौकसी एसएसबी के द्वारा की जाती है। उनके वाहनों को भी आने-जाने में कई दिक्कतें हो रही हैं। उन्होंने कहा यह सड़क बड़ी दुर्घटना को दावत दे रही है। अगर सड़क में कोई दुर्घटना होती है उसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार व जिला प्रशासन की होगी। उन्होंने सरकार व प्रशासन से सड़क में जल्द से जल्द डामरीकरण की मांग की है। कुल मिलाकर चंपावत जिले के सीमांत क्षेत्रों की स्थिति बेहद दयनीय है, ग्रामीण कई समस्याओं से जूझ रहे हैं, पर सुनने को कोई तैयार नहीं है। प्रदर्शन करने में भूप सिंह, मदन सिंह, मंजू देवी, पार्वती देवी, कृष्ण सिंह, मानसिंह, प्रकाश सिंह, रेखा देवी, नीला देवी सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।