अयोध्या। सपा-भाजपा के बीच चुनावी जंग का अखाड़ा बनी फैज़ाबाद लोकसभा सीट पर इन दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। राममंदिर निर्माण के बाद इस सीट पर जीत हासिल करना पूर्व में काफी आसान नज़र आ रहा था पर इंडिया गठबंधन द्वारा मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक अवधेश प्रसाद को लोकसभा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारने के बाद यहाँ चुनाव काफी रोचक हो गया।
भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनी इस सीट से सांसद लल्लू सिंह पर ही भरोसा जताया गया। भाजपा के लिए यह सीट कितनी महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चुनावी बिगुल बजने के बाद न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहाँ रोड शो किया बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो जनसभाएं कर डाली। उधर, सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद इसी जिले से सात बार विधायक रह चुके हैं। इस दौरान वे पांच बार कैबिनेट मंत्री भी बन चुके हैं। सपा के लिए भी यह सीट काफी मायने रखती है।
इस सीट को अपनी झोली में डालने के लिए बेताब सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी ग्रामीण क्षेत्रों में दो जनसभा कर अपने इरादे साफ कर दिये हैं। हालांकि, पूर्व सांसद रहे दिवंगत मित्रसेन यादव के पुत्र अरविंद सेन यादव के भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनावी समर में उतारने के बाद इसका नुकसान सपा को हो सकता है। जानकारों का भी मानना है कि परिणाम भले ही चार जून को आएंगे, लेकिन इतना साफ है कि यह चुनाव मतदान के अंतिम दिन भाजपा और सपा के बीच सिमट गया है।