10 साल बाद चौधरी बीरेंद्र सिंह ने पत्नी सहित की कांग्रेस में घर वापसी

चंडीगढ़ । हरियाणा के दिग्गत नेता और केंद्र में मंत्री रहे चौधरी बीरेंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा को अलविदा कह दिया है। मंगलवार को उन्होंने पत्नी प्रेम लता सहित कांग्रेस का दामन थामा है। दिल्ली में कार्यक्रम के दौरान बीरेंद्र सिंह ने पूर्व विधायक पत्नी के साथ कांग्रेस का दामन था। इससे पहले, उनके पूर्व सासंद बेटे ने भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था।


दिल्ली में उनके कांग्रेस में शामिल होने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी मौजूद रहे। कांग्रेस में शामिल होने के ठीक बाद बीरेंद्र सिंह ने कहा कि धुरंधर और बीरेंद्र का आपने जो शब्द इस्तेमाल किया है, इस बात अंदाजा लगा लीजिए कि कांग्रेस एक बड़ी शक्ति के रूप में आगे बढ़ेगी। कार्यकर्ता मजबूती से कदम आगे बढ़ाएंगे और आने वाले लोकसभा चुनाव में बहुत बड़े स्तर पर हवा चल रही है। सिंह ने कहा कि अगर कांग्रेस के बैंक अकाउंट सील करने थे, तब साल भर पहले करते…ऐसा चुनाव के समय क्यों किया गया। आम जनता को पता है कि यह बहुत बड़ी ज्यादती हो रही है।


कांग्रेस में शामिल होने पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि ‘हरियाणा में बीजेपी ने 10 साल में किसी को अपना नहीं बनाया ओर बोले कि मेरी घर वापसी नहीं, विचारधारा की वापसी है। बीरेंद्र सिंह हरियाणा के जींद से हैं। वह पांच बार के विधायक रहे हैं। 2014 में उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थामा था। 10 साल बाद अब कांग्रेस में उनकी वापसी हुई है। उनकी पत्नी 2014 से 2019 तक उचाना कंला से विधायक रही हैं। बीरेंद्र सिंह 42 साल तक कांग्रेस में रहे थे और फिर पार्टी छोड़ दी थी। उनका बेटा बृजेंद्र सिंह 2019-24 तक हिसार से भाजपा सांसद रहे हैं। हाल ही में उन्होंने भी कांग्रेस का दामन थामा है।

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