लखीमपुर । लखीमपुर खीरी के उचौलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव मुस्तफाबाद निवासी एक व्यक्ति की दबंगों ने लाठी डंडे और बांके से हमला कर हत्या कर दी जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला मुख्यालय लखीमपुर भेजा गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए पसगवां सीएचसी भेजा जहां पर हालत गंभीर होने के कारण परिजन उसे शाहजहांपुर लेकर गए। शुभम सिंह पुत्र अखिलेश ने पुलिस को बताया है कि 31 जनवरी की सुबह तड़के 2:00 बजे वह और उसके चाचा रमेश यादव पुत्र सोहन निवासी मुस्तफाबाद अजबापुर चीनी मिल से गन्ना तुलवाकर ट्रैक्टर ट्राली से वापस घर आ रहे थे।
तभी वीरेंद्र सिंह पुत्र बाबू सिंह निवासी ढढेल के खेत के सामने नहर पुल के पास पहुंचे तो हरेंद्र, सत्येंद्र, कमलेश, राजीव ,पुत्रगण मिलाप, राजपाल नेत्रपाल पुत्र कमलेश लाऊ पुत्र राजेंद्र आदेश पुत्र धनपाल निवासी ढढेल, बलवीर पुत्र तुलसीराम निवासी मुस्तफाबाद रतीश पुत्र सुंदर निवासी हुसैनपुर ने मेरे ट्रैक्टर ट्राली के आगे अपना ट्रैक्टर लगा लगाकर रोक लिया और सभी लोग अपने हाथों में लाठी डंडा और बांका भाला लेकर हमें और मेरे चाचा रमेश यादव को पीटने लगे जिसके कारण मेरे चाचा रमेश यादव की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मैं गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के बाद आरोपियों ने मृतक के पड़ोसी रामकुमार के मोबाइल पर फोन करके बताया कि हम लोगों ने दोनों लोगों को मार दिया है मौके पर जाकर लाश को उठा लो। घटना की सूचना मिलते ही मृतक के घर में कोहराम मच गया और मृतक की माता और पत्नी बच्चे दहाड़े मार मार कर रो रहे थे। चार भाइयों मृतक रमेश यादव अखिलेश, राजकुमार, राजेश, रमेश में रमेश यादव सबसे छोटा था अभी लगभग 3 महीने पहले ही कैंसर से एक भाई राजेश की मौत हो चुकी थी।
रमेश का विवाह सन 2016 में हुआ था और उसके दो बच्चे हैं बेटी छाया उम्र लगभग 6 वर्ष बेटा रूपेश उम्र लगभग चार वर्ष है।
3 महीने के अंदर दो बेटे की मौत होने से मृतक की मां लक्ष्मी का रो रो कर बुरा हाल। 3 महीने के अंदर दो जवान बेटों की मौत से मृतक की मां का रो रो कर बुरा हाल है हर कोई उनका करुण क्रंदन देख कर भावुक हो गया।
मृतक रमेश यादव समाजवादी युवजन सभा मोहम्मदी विधानसभा से विधानसभा उपाध्यक्ष भी था ।
घटना के बाद पुलिस अधीक्षक लखीमपुर गणेश प्रसाद साहा भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली और कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। थाना उचौलिया में घटना से संबंधित 10 नामजद लोगों पर हत्या की धाराओं में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उचौलिया पुलिस की लापरवाही आई सामने मृतक रमेश ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर सुरक्षा की मांग की थी। लेकिन पुलिस ने दबंगों पर कार्यवाही करने के बजाए शान्ति भंग की धाराओं में चालान कर दिया था। रमेश ने पुलिस से हत्या की बात कही थी। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और सपा नेता रमेश सिंह यादव की हत्या कर दी गई है। मृतक की पत्नी ने बताया कि मेरे पति ने पहले ही उचौलिया पुलिस को बताया था की उसकी हत्या कर दी जाएगी और पुलिस से सुरक्षा भी मांगी थी। लेकिन उचौलिया पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और मेरे पति की हत्या कर दी गई है। रात में जब उचौलिया थाना पर तैनात एक आरक्षी को फोन कर घटना के बारे में बताया तो उधर से जबाव आया वह मेरा हल्का नहीं है।