सीतापुर : बेसहारा पशु व बंदरों से किसान परेशान, नष्ट कर रहे फसलें

सीतापुर/पिसावांअपनी फसलों को बचाने के लिए किसान रात दिन खेतों मे रह कर खेंतो मे तार व रस्सी लगाकर रखवाली करते है। फिर भी बेसहारा पशु झुंड के झुंड तथा बंदरों के आतंक से किसाए परेशान है। बेसहारा पशु व बंदर किसानों की फसलों को खा कर नष्ट कर रहे है। क्षेत्र के गुरसंडा, करौंदिया, नेवदिया, महम्दापुर, अल्लीपुर, मुल्ला भीरी, पिसावां सहित क्षेत्र के दर्जनों गांव के किसान बेसहारा पशुओं के झुंड से परेशान है।

यह बेसहारा पशुओं के झुंड जिस खेत मे चले जाते फसल पूरी तरह से नष्ट कर देते है लेकिन इस तरफ जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान नहीं जा रहा। इतना ही नहीं इन बेसहारा पशुओं के झुंड सडकों पर खडे होने से हादसे भी हो रहे है। वहीं गुरसंडा नेवदिया, महम्दापुर, नेवदिया पिसावां में बंदरों से लोग परेशान है। बंदर खेतों मे फसल को नष्ट कर रहें है। करौदिया निवासी बड़े लाल ने बताया कि रात दिन खेत पर पर पालीथिन लगा कर फसल को बचातें है, फिर भी खाना खाने के लिये घर जाने पर बेसहारा पशुओं के झुंड खेतों मे फसल पर धावा बोल देते है।

नेवदिया के किसान संजय ने बताया कि खेंत मे रूकने से लेकर तार व रस्सी लगा कर फसल की रखवाली करते है, फिर भी बेसहारा पशु खेतों मे घुस कर फसल चट कर देते है। खंड विकास अधिकारी प्रीती तिवारी ने बताया कि विकास खंड मे 11 गौशालाएं है। सभी मे क्षमता से अधिक बेसहारा पशु है। उन्होंने बताया बृहद गौशाला बनायें जाने के लिये जमीन की तलाश की जा रही है। बृहद गौशाला बनते ही बेसहारा पशुओं की समस्या से निजात मिल सकेगी

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