सीतापुर। विकास क्षेत्र मछरेहटा की ग्राम पंचायत अनोगी में बनी कान्हा गौशाला में गौवंश प्रधान व साचिव की संवेदन हीनता के चलते दुर्दशा का शिकार हो रहे है। गौशाला में गौवंशो के लिए न तो पर्याप्त चारा मिला और न ही गुड़ जबकि कागजी कार्यवाही में गौवंशो को गौशाला में सब कुछ मिल रहा है।
बताते चले कि करीब साढ़े पंद्रह लाख की लागत से बनी अनोगी की कान्हा गौशाला में कई जानवर भूख व बीमारी के चलते अधमरी अवस्था मे पड़े मिले। गौशाला में करीब 150 जानवर मौजूद मिले जिनके लिए व्यवस्थाये लगभग नगण्य मिली जबकि भूसा व चारा के नाम पर महज दिखावे के लिए 10 किलो भूसा मिला और तो और जानवरों को खिलाने के लिए पुऑल भी नसीब नही हो रहा।
गौशाला में नाममात्र के लिए बाड़े की नीचे तिरपाल की जगह पालीथिन की पन्नी को लटका दिया गया है जबकि ठिठुरन वाली सर्दी में जानवरों का बहुत ही बुरा हाल है क्योकि लगभग 150 गौवंश केवल एक ही टीन शेड के नीचे रहने को विवश हैं। वही गौशाला के बगल में तालाब में मृत गौवंशो को डाल दिया जाता है जहाँ उन्हें कुत्ते नोचते दिखाई दिए।
अनोगी गौशाला की स्थिति को देखकर प्रतीत होता है कि गौशाला निर्माण की धनराशि में बंदरबांट किया गया है। इस मामले में जब सम्बंधित अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो कोई भी संतुष्टिजनक जवाब नही मिला। वही इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल से बात की गई तो उन्होंने जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है।