कानपुर। किसान बाबू सिंह की जमीन हड़पने वाले भाजपा नेता प्रियरंजन दिवाकर उर्फ आशू पर पुलिस का शिकंजा और कस गया। हाईकोर्ट से मुकदमा निरस्त करने की अर्जी खारिज होने के 24 घंटे के भीतर ही फरार भाजपा नेता पर पुलिस ने पचास हजार का इनाम बढ़ा कर एक लाख कर दिया है। साथ ही एक माह के भीतर भाजपा नेता ने सरेंडर नहीं किया या पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी तो उसके खिलाफ कुर्की की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। चकेरी निवासी किसान बाबू सिंह की दस करोड़ की जमीन को भाजपा नेता ने अपने गुर्गो के जरिये औने पौने दाम में बैनामा कर दिया था।
दस करोड़ की जमीन के बदले में तीन करोड़ का चेक देकर एग्रीमेंट करा लिया लेकिन तीन करोड़ भी नहीं मिले। कोर्ट में ही चेक भी बहाने से ले ली थी। जमीन हाथ से जाने के गम में किसान से ट्रेन के सामने कूद कर जान दे दी थी। इस मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस मामले में बिल्डर राहुल जैन और राजन को जेल भेजने के बाद बबलू के खिलाफ मुनादी कराकर नोटिस कुर्की का चस्पा किया गया है।
इधर सोमवार को फरार भाजपा नेता को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली। जिसके बाद पुलिस ने कई टीमों ने उसके रिश्तेदारों के यहां ताबतोड़ दबिशे देकर कईयों को पूछताछ के लिये उठा लिया। कई शहरों में अभी भी पुलिस टीम छापेमारी के लिये डेरा डाले हुए है। इधर पुलिस आयुक्त के निर्देश पर ज्वाइंट सीपी ने फरार नेता पर घोषित पचास हजार के इनाम की राषि को बढ़ा कर एक लाख कर दिया है।
ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि भाजपा नेता को पकड़ने के लिये दबिशे दी जा रही है। अगर वह हाथ नहीं लगा या सरेंडर नहीं किया तो एक माह के भीतर भगौड़ा घोषित करके कुर्की की कार्यवाही को अमल लाया जायेगा।