नोएडा । WFI के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने शनिवार को बजरंग पुनिया के मैडल नहीं जितने पर बयान दिया है। बीजेपी सांसद ने कहा, ‘पुनिया के बारे में बच्चा-बच्चा जानता है। मीडिया भी बोल रही है, जब दुनिया पुनिया के बारे में बोल रही है तो हम क्या बोले। लेकिन 65 किलो की कैटेगरी में गोल्ड आना चाहिए था।’
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अगर ट्रायल करके भेजा गया होता तो गोल्ड मैडल पक्का होता। अगर ट्रायल के जरिए बजरंग जाते या कोई और पहलवान भी जाता तो गोल्ड पक्का था। ट्रायल से जाना चाहिए, किसी की दया पर नहीं जाना चहिए।
भारत की कुश्ती दस महीने से डिस्टर्ब
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, भारत की कुश्ती लगभग दस महीने से डिस्टर्ब है। कुश्ती का स्तर इतना अच्छा हो चुका था कि ये मेडल आ रहे हैं। ये मेडल किसी के बदौलत नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ये मेडल जो आ रहा है इसमें सबसे बड़ा योगदान परिवार का है, उस खिलाड़ी का है और पहले जो फेड्रशन सपना लेकर चली थी, उसी का रिजल्ट है। अगर प्रापर ट्रेनिंग हुई होती और नेशनल हुए होते, इनको सारी सुविधाएं मिली होती तो कुश्ती में भारत की जगह कुछ और होती।’
आना चाहिए था गोल्ड मेडल
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘मैं खिलाड़ियों को बधाई देता हूं, ये उनका जज्बा है कि वो मेडल लेकर आए हैं।’ उन्होंने बजरंग पुनिया पर जवाब देते हुए कहा, ‘अफसोस है, लेकिन दावा के साथ कहता हूं कि 65 किलो की कैटगरी में गोल्ड मेडल होना चाहिए था।’ मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘हमारा कुश्ती का खेल ऐसा खेल है कि किसी एक खिलाड़ी का बहुत लंबा नहीं चलता है। एक समय होता था कि लंबा चलता था। लेकिन आज हमारे देश में कुश्ती इतनी लोकप्रिय हो चुकी है कि हर वेट कैटगरी में दो-तीन स्टार पहलवान हैं।’