सीतापुर। रामपुर के चर्चित सपा नेता आजम खां की मौलाना अली जौहर यूनिवर्सिटी रामपुर मामले में बुधवार को आईटी विभाग के अधिकारियों ने सीतापुर स्थित रिजेन्सी पब्लिक स्कूल में छापामार कार्रवाई की थी जो कि दूसरे दिन गुरूवार को भी जारी रही। स्कूल के साथ-साथ प्रबंधक के घर पर भी छापा मार कार्रवाई की गई। सूत्र बताते हैं कि आईटी के अधिकारी हटे ही नहीं स्कूलों में ही रात भर डटे रहे और कागजातों समेत स्कूल प्रबंधक से पूछताछ जारी रखी। इस दौरान अधिकारियों ने वहां पर मौजूद कई कंप्यूटर की हार्ड डिस्क, लैपटाॅप व अनेकों दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया है।
दूसरे दिन भी चलती रही रिजेन्सी पब्लिक स्कूल में आईटी विभाग की कार्रवाई
बताते चलें कि बुधवार की सुबह आईटी विभाग के अधिरकारियों ने शहर के रिजेन्सी स्कूल की दो शाखाओं में एक साथ छापा मारा था। शहर के पूर्व के मयूर होटल अब रिजेन्सी स्कूल और दूसरा रस्यौरा में स्थित रिजेन्सी स्कूल में आईटी विभाग के अधिकारियों ने एक साथ छापामार कार्रवाई की थी। आईटी विभाग द्वारा अचानक छापामार कार्रवाई से स्कूल में हड़कंप मच गया था।
कंप्यूटर की हार्ड डिस्क समेत कई लैपटाप व अन्य दस्तावेज लिए कब्जे में
अचानक पहुंचे अधिकारियों को देख सभी सन्न रह गए थें। आईटी विभाग के अधिकारियों ने अपना परिचय देने के बाद स्कूल के कार्यालय में मौजूद अहम दस्तावेजों को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया था। सूत्र बताते हैं कि अधिकारियों ने यहां से कई कंप्यूटर्स की डिस्क निकाल कर अपने कब्जे में ले लिए। वहीं कई लैपटाप तथा कार्यालय में मौजूद अनेकों फाइलों को अपने कब्जे में लिया है। यह कार्रवाई सुबह से शुरू हुई थी जो कि पूरा दिन चली। इसके बाद भी अधिकारी स्क3ूल से गए नहीं बल्कि वहीं डटे रहे और स्कूल के प्रबंधक से पूछताछ करते रहे।
चार वर्ष पूर्व हुए थे जांच के आदेश
तत्कालीन सांसद आजम खां पर बेनामी संपत्ति और टैक्स में अनियमितता का आरोप वर्तमान भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने वर्ष 2019 में लगाया था। उन्होंने इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय में शिकायत कर दस्तावेज सौंपे थे। पूरे मामले को देखते हुए केंद्रीय मंत्रालय ने ईंडी (प्रवर्तन निदेशालय) को जांच के आदेश दिए थे। आरोप था कि सांसद आजम खां ने 2012 में सपा सरकार बनने के बाद 560 एकड़ भूमि में जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरू करवाया।
इसमें नियम और कानून को ताक पर रखकर सरकारी धन का दुरुपयोग व जमीनों पर कब्जे किए गए थे। इसके अलावा उक्त यूनिवर्सिटी की समिति को जो आय हुई तथा जो पैसा आया उसमें भी हेराफेरी की गई है। आयकर विभाग के अधिकारी रीजेंसी प्रतिष्ठान की एसटीआर (सस्पीशियस ट्रांजेक्शन रिपोर्ट) तैयार करने में जुटे हैं। कर्मचारियों व प्रतिष्ठान मालिक के बयान भी दर्ज कराए गए हैं। इसके साथ इनकी संपत्तियों का आयकर विभाग सर्वे जारी रखेगा।