सीतापुर : भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी से जूझ रहा ब्लाक सकरन

सीतापुर। सकरन जनपद के आला अफसर भले ही शासन-प्रशासन को सब कुछ सही ढंग से व सरकार की योजनाओं का व्यवस्थित ढंग से संचालन होने की रिपोर्ट दे रहे हो लेकिन वास्तविकता में जमीनी स्तर पर इसके विपरीत कार्य हो रहा है। बड़े पैमाने पर ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा दिया जा रहा है। मनरेगा में सरकारी कार्यों के नाम पर सिर्फ कागजी कार्यवाही पूरी की जा रही है। रामपुर मथुरा ब्लॉक में क्षेत्रीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर की गई जांच में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार में दोषी पाए गए लोगों पर कड़ी कार्यवाही के बावजूद भी सकरन में इसका असर होता नहीं दिख रहा है। वह भी तब जब सकरन क्षेत्र में सेवता विधानसभा की लगभग डेढ़ दर्जन ग्राम पंचायते हो।

शिकायती पत्रों पर नहीं हो रही कार्यवाही

ज्ञात हो कि ब्लाक सकरन भी घोटालों के मामले में पीछे नहीं है। यहां खंड विकास अधिकारी धर्मेंद्र कुमार की मिलीभगत के चलते बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। क्षेत्रीय शिकायतकर्ता सुधीर सुशील आदि ने बताया की ब्लाक में कमीशन खोरी को लेकर ब्लॉक में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। वही शिकायतकर्ताओ के प्रार्थना पत्रों को बिना जांच ही डस्टबिन में डाल दिया जाता है। वहीं जांच के नाम पर संबंधित व्यक्ति से मोटी रकम वसूलते हुए मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। ज्ञात हो कि विकासखंड में अभी हाल ही में क्षेत्रीय लोगों के द्वारा क्षेत्र की ग्राम पंचायत नकैला टेंडवा कला, उमरा खुर्द, सेमरा कला पटना, सकरन, तारपारा आदि ग्राम पंचायतों की नल रिबोर व अन्य कामों को लेकर पूरे विकासखंड में करोड़ों रुपए के किए गए भ्रष्टाचार की शिकायत खंड विकास अधिकारी से की गई थी।

मनमानी कार्यशैली को लेकर खासा चर्चा में रहते हैं वीडियो

शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि खंड विकास अधिकारी के द्वारा भ्रष्टाचारियों से गठजोड़ करते हुए मामले को रफा-दफा कर दिया गया है शिकायतकर्ताओ का यह भी आरोप है कि वीडियो के द्वारा विकास के अन्य कार्यों में बड़े पैमाने पर गठजोड़ करते हुए भ्रष्टाचार के एवज में मोटे कमीशन को लेकर विकासखंड में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। हाल ही में गैर जनपद से ट्रांसफर होकर आए खंड विकास अधिकारी धर्मेंद्र कुमार अपनी फोन ना उठाने की, सीयूजी नंबर बंद रखने की व जनमिलन कार्यक्रम को दरकिनार कर मनमानी करते हुए विशेष कार्यशैली को लेकर चर्चा में बने हुए हैं।

कमीशन खोरी को लेकर किसान यूनियन कर चुकी है धरना प्रदर्शन

गौर करने का विषय यह भी है कि सकरन में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत करोड़ों रुपए के हुए भ्रष्टाचार की जांच कराए जाने की मांग की गई है वही एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के सरकारी दस्तावेजों में नल रिबोर के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करते हुए पैसा निकाले जाने की पुष्टि भी की गई है ऐसी स्थिति में सवाल यह भी उठता है यदि बड़े पैमाने पर यहां जांच हुई तो कई अधिकारी कर्मचारी कार्यवाही की जद में भी आएंगे ।

मामले को लेकर खंड विकास अधिकारी धर्मेंद्र कुमार से बात करने का प्रयास किया गया परंतु उनका फोन रिसीव न होने के कारण बात नहीं हो सकी। वही मामले को लेकर जनपद के मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया इस तरह के प्रकरण की जानकारी नहीं मिली है वैसे भी जनपद के प्रत्येक ब्लॉक में कड़ी नजर रखी जा रही है जैसे ही जांच के लिए कोई पत्र आता है उच्चस्तरीय टीम गठित करते हुए जांच कराई जाएगी दोषी मिलने पर किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

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