दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । गंभीर मामलों में अपराधियों को सजा दिलाने व लंबित विवेचनाओं के निस्तारण के लिए पुलिस अधीक्षक ने विवेचकों के पेच कसे हैं। कई विवेचनाएं तो वर्षों से सिर्फ इसलिए लंबित हैं क्योंकि उनमें कोई न कोई प्रभावी ब्यक्ति या सत्ता से जुड़ा दबंग आरोपी है। कई तो जघन्य मामले ऐसे हैं जिनमे आज तक अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं मगर उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पा सकी है। बता दें कि पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह अपराधियो के खिलाफ सख्त हैं उनके चार्ज संभालने के बाद से दलाल पुलिस ऑफिस के आस पास भी नहीं फटक पा रहे हैं।
एआरटीओ बनकर हाइवे पर वाहनों से करते थे लूट
निष्क्रिय थानेदारो के पेंच भी वह समय समय पर कस रहे हैं। हाल ही में विवेचकों की बैठक कर उन्होंने लंबित विवेचनाओं को सख्ती के साथ निस्तारण के लिए निर्देशित किया है। पुलिस अधीक्षक की सख्ती के बावजूद सदर कोतवाली क्षेत्र में हाइवे में लगातार कई लूट को अंजाम देने वाले अपराधी आज भी शहर में खुलेआम घूम रहे हैं। बता दें कि कौशाम्बी निवासी ट्रक ड्राइवर सरवर अहमद ने सदर कोतवाली में तहरीर देकर अप्रैल 2021 में एफआईआर दर्ज कराई थी कि उसको बोलेरो सवार लोगों ने एआरटीओ बनकर लूट लिया था।
ऐसी कई घटनाएं हाइवे में हो भी रही थी पुलिस ने तत्काल मामले को तत्काल गम्भीरता से लेते हुए बोलेरो सहित एक बदमाश को हाइवे से गिरफ्तार कर लिया जिसने अपना नाम अंशू सिंह बताया जिसे पुलिस ने तत्काल जेल भेज दिया। अंशू सिंह ने अपने फरार साथियो के नाम लखन सिंह सेंगर व कुंअर प्रताप सिंह बताया था जिनकी तलाश में पुलिस ने कई बार छापेमारी की। पुलिस के अनुसार दोनो अभियुक्त तभी से फरार हैं।
बता दें कि लूट की घटना को लगभग दो वर्ष बीत चुके हैं। कोतवाली पुलिस व विवेचक अभी तक फरार दोनो लुटेरो को नहीं गिरफ्तार कर सकी है। बताते हैं लखन सिंह सेंगर भाजपा नेत्री गायत्री सिंह का पुत्र है जिस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस भाजपा नेत्री के पुत्र पर हाथ डालने से कतरा रही है। जबकि वह हाइवे में लूट के मामले में दो वर्ष से वांछित है। इस बाबत सदर कोतवाल शमशेर बहादुर ने कहा कि दो वर्ष पूर्व की विवेचना है तब वह कोतवाल नहीं थे। अगर कोई लूट के मामले में वांछित है और शहर में मौजूद है तो उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।