सीतापुर। मछरेहटा विकास खण्ड के अधिकारी ग्राम चैपालों में केवल फोटो खिंचाने जाते हैं और खानापूर्ति करके मात्र आधा घण्टा में ही चैपाल से नदारद हो जाते हैं। ऐसा ही मामला मछरेहटा की ग्राम पंचायत इटौआ का देखने को मिला है। जहां पंचायत भवन अपूर्ण होने पर प्रधान ने अपने घर की एक दुकान में पंचायत भवन खोल रखा है। पंचायत सहायक इसी दुकान में बैठ कर पंचायत के कार्य करती नजर आयी। वही ग्रामीणों को कोई जानकारी ही नहीं दी गयी कि आज ग्राम चैपाल है। इस वास्ते इस ग्राम चैपाल में कोई नही आया, केवल चुनिंदा लोग जो स्वयम आये। मछरेहटा का मात्र एक अधिकारी ग्यारह बजे इटौआ की ग्राम चैपाल में पहुंचता है और मात्र 12 बजे ग्राम चैपाल सम्पन्न कर दी जाती है।
मछरेहटा की ग्राम पंचायत इटौवा में 15 मिनट में ही हो गई चैपाल
अधिकारी नही केवल एक दो सफाई कर्मी जरूर नजर आए जबकि ग्राम चैपाल का समय 10 से 2 बजे तक निर्धारित किया गया है। वही ग्राम पंचायत बेलन्दापुर के रौनामऊ गांव में बने पंचायत भवन में अकेले सिर्फ एडीओ आइएसबी एसपी दुबे ही नजर आए। एडीओ आइएसबी एसपी दुबे ने ग्रामीणों को स्वरोजगार व स्वयं सहायत समूह के बारे में जानकारी देते हुए ब्लॉक में संचालित अन्य योजनाओं की जानकारियों को भी साझा किया। इस ग्राम चैपाल में पंचायत सहायक सहित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रजनीश राज उपस्थित रहे।
दुकान में लगाई गई चैपाल, नहीं आए कोई भी ग्रामीण
वही इन दोनो ग्राम चैपालों में कोई भी शिकायते नही आई जो गम्भीर विषय है। लगातार ग्राम चैपालों से नदारद दिख रहे अधिकारीगण जब भी चैपालों में जाते है तो सिर्फ फोटो खिंचा कर खाना पूर्ति करते है। इन ग्राम चैपालों में से समाज कल्याण, पंचायत, ग्रामीण अभियंत्रण व सचिवगण आदि अनुपस्थित रहे। वही आंगनबाड़ी सुपरवाइजर व सीडीपीओ लगातार अनुपस्थिति पूर्व की भांति बनाएं हुए हैं।