सीतापुर। नैमिषारण्य में स्थित एक आश्रम में रहकर ब्रह्मचर्य की पढ़ाई कर रहे 3 मासूम बच्चे खेलने के लिए बाहर निकले और वह लापता हो गए। आश्रम के कर्मियों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने परिजनों को मामले की जानकारी दी और स्थानीय पुलिस को जानकारी देकर बच्चों को ढूंढने की मांग की। स्थानीय पुलिस ने बच्चों की तस्वीरों के आधार पर मामले की छानबीन शुरू की और तकरीबन 4 घंटे के अंदर ही रास्ता भटके बच्चों को सकुशल बरामद करते हुए परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
मामला नैमिषारण्य कोतवाली इलाके का है। यहां आश्रम में रहकर पढ़ाई कर रहे तीन बच्चे अचानक लापता हो गए जिससे आश्रम में हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के मुताबिक जनपद शाहजहांपुर के निवासी आयुष मिश्रा पुत्र सुभाष मिश्रा, प्रियांशु मिश्रा पुत्र छोटेलाल और गुरप्रीत मिश्रा पुत्र संजीव मिश्रा या तीनों मासूम बच्चे हैं। जिनकी उम्र तकरीबन 10 वर्ष होगी, यह सभी बच्चे 88 हजार की तपोभूमि नैमिषारण्य के अध्यात्म विद्यापीठ ब्रह्मचारी आश्रम में छात्र के रूप में पंजीकृत थे। इस सभी तीनो बच्चे अचानक ही आश्रम से निकलकर बाजार के तरफ निकले जिसके बाद यह सभी लापता हो गया।
आश्रम के कर्मचारियों ने बच्चों के गायब होने की सूचना पुलिस और परिजनों को दी। पुलिस ने मामले में आनन-फानन में गुमशुदगी दर्ज करते हुए 3 टीमों का गठन कर बच्चों की तलाश शुरू की और नैमिषारण्य के बाहर सड़क मार्ग के किनारे तीनों बच्चों को जाता हुआ देखकर पूछताछ की और पहचान होने के बाद तीनों को थाने लाकर बच्चों के परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। सीओ मिश्रिख सुशील कुमार यादव का कहना है आश्रम के कर्मचारियों की सूचना पर पुलिस ने महज 4 घंटे में इन गायब हुए तीनों बच्चों को सकुशल बरामद करते हुए उनके माता-पिता को सौंप दिया है।