सीतापुर। वित्तीय वर्ष 2013-24 में जिले के अंदर ठोस अपसिष्ट प्रबंधन के तहत 895 आरआर सेन्टर बनने है। जिसमें से अनेकों ऐसे ब्लाक हैं ज्निहोंने अभी तक डीपीआर ही बनाकर नहीं भेजी है। जबकि कई ऐसे भी ब्लाक हैं जिन्होंने सौ प्रतिशत कार्य को पूर्ण कर दिया है। ऐसे फिसडडी ब्लॉक ही ग्राम पंचायतों में कार्य करने वाले लापरवाह अधिकारियों पर आखिरकार डीपीआरओ मनोज कुमार का गुस्सा फूट ही पड़ा। उन्होंने आज सभी को कड़ी फटकार लगाते हुए शीघ्र ही डीपीआर बनाकर भेजने के निर्देश दिए है। बताते चलें कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्र की समस्त ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत आरआर सेंन्टर बनने है।
नाराज डीपीआरओ ने लापरवाह मातहतों दिए दिशा-निर्देश
पूर्व में अब तक 27 आरआर सेंन्टर बन चुके है। जिनमें से 14 सेंन्टारों में कार्य भी शुरू हो चुका है। यह आरआर सेन्टर सभी ग्राम पंचायतों में बनने है। शासन ने इस वित्तीय वर्ष में 895 आरआर सेन्टर बनने की हरी झंडी पंचायत राज विभाग को दी है। आरआर सेन्टर बनाए जाने के लिए डीपीआर तैया होना है। जिसके क्रम में अब तक जिले के 544 ऐसी ग्राम पंचायतें हैं जिनकी डीपीआर तैयार होकर शासन भी जा चुकी है ।
वहां पर धनराशि भी मंजूदर हो गई है लेकिन कुछ ब्लाक ऐसे भी है जो फिसडडी हैं और उनके कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। जिसमें ब्लाक सिधौली तथा सकरन ऐसे ब्लाक हैं जहां पर डीपीआर बनाने में अधिकारी फिसडडी दिख रहे है जबकि वहीं पर सबसे अच्छा कार्य ब्लाक बिसवां, कसमंडा, मछरेहटा तथा पहला है जहां पर सौ प्रतिशत डीपीआर बन कर शासन को भी चली गई।
ब्लॉक सिधौली तथा सकरन की तरह और भी ब्लाक ऐसे हैं जहां पर कई ग्राम पंचायतों के अधिकारी अभी तक डीपीआर नहीं बना सके है। इनमें 351 ऐसी ग्राम पंचायतें हैं जिनकी डीपीआर नहीं बन सकी है। इसको लेकर शुक्रवार को जब डीपीआरओ मनोज कुमार ने समीक्षा शुरू की तो वह भी नाराज हो उठे और उन्होंने संबंधित मातहतों को कड़ी फटकार लगाते हुए नसीहत दी कि तीन दिनों के अंदर डीपीआर तैयार करके भेजी अन्यथा कड़ी कार्रवाई को तैयार रहे।
किस ब्लाक में कितने बनने हैं आरआर सेंटर
जिले के ब्लाक ऐलिया में 38, बेहटा में 60, बिसवां में 63, गोंदजलामऊ में 51, हरगांव में 39, कसमंडा में 47, खैराबाद में 43, लहरपुर में 48, मछरेहटा में 46, महमूदाबाद में 38, महोली में 33, मिश्रिख में 45, पहला में 43, परसेंडी में 58, पिसावां में 37, रामपुर मथुरा में 47, रेउसा में 56, सकरन में 50 तथा सिधौली में 53 आरआर सेंटर बनने है। कुल 895 आरआर सेटर जिले में बनेंगे।