लखीमपुर खीरी। उचौलिया लाखों रुपए की लागत से गांवों में बनकर तैयार ग्राम सचिवालय में कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण सरकार का उद्देश्य धूमिल होता नजर आ रहा है। गावों में मिनी सचिवालय और पंचायत घर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण शोपीस साबित हो रहे है। गाँव में लाखों रुपये की लागत से बने इन मिनी सचिवालयों और पंचायत घरों में कार्य न होने के कारण ग्रामीणों को उनके ही गांव में सुविधा देने की कल्याणकारी सोच पर पलीता लग रहा है। सरकार का इन मिनी सचिवालयों और पंचायत घरों के बनवाने में खर्च लाखों रुपये बेकार साबित हो रहे हैं।
विकासखंड पसग की ग्राम पंचायत किशनपुरजमुनी की ग्राम सचिवालय अधिकतर बंद रहता है जिससे यहां के लोगो में आक्रोश है।
वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया है कि शुरुआत में कुछ दिन सचिवालय खुलता रहा और पंचायत सहायक आती रही। लेकिन कुछ दिनों के बाद सचिवालय अधिकतर बंद रहता है और कभी कभार ही यह खुलता है।
वर्जन
इस संबंध में ग्राम प्रधान पति सुखदेव सिंह का कहना है कि पंचायत सहायक के बीमार होने की वजह से सचिवालय बंद है।